अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (AICTE) ने महिला सशक्तिकरण को लेकर एक अहम पहल की है. केंद्रीय शिक्षा रमेश पोखरियाल निशंक ने 17 नवंबर 2020 को लीलावती अवॉर्डस 2020 लॉन्च किया है। इस बार लीलावती अवॉर्ड्स 2020 की थीम महिला सशक्तिकरण है। इस अवार्ड का लक्ष्य जीवन के सभी क्षेत्रों में महिलाओं के साथ समानता और निष्पक्षता का व्यवहार करने के क्षेत्र में किए गए कार्यों की पहचान करना है। इस पहल के माध्यम से सभी AICTE मान्यता प्राप्त संस्थानों में महिलाओं को समाज में समानता का अवसर मिलेगा।
इस अवार्ड के जरिए लैंगिक भेदभाव से जुड़े सभी मुद्दों, जैसे निरक्षरता, बेरोजगारी, आर्थिक और पोषण संबंधी असमानताओं, मातृ मृत्युदर और मानवाधिकार का समाधान का मिलेगा। इसके अलावा अगर किसी ने महिलाओं की मुक्ति और उनके सशक्तिकरण की दिशा में बड़े पैमाने पर प्रयास किया हो तो वह अपने प्रयासों और उपलब्धियों को सामने ला सकता है।
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के एक आधिकारिक ने दैनिक भास्कर को जानकारी देते हुए कहा, "यह पुरस्कार संस्थागत और टीम लेवल पर दिया जाएगा। इसमें हर टीम में कम से कम दो महिला सदस्य होंगी। हर उपविषय के तहत तीन पुरस्कार दिए जाएंगे। इस तरह महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में काम कर रही विभिन्न टीमों को कुल 18 पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे।"
AICTE ने कहा," इस पुरस्कार का उद्देश्य स्वच्छता, साफ-सफाई, स्वास्थ्य, पोषण, साक्षरता, रोजगार, टेक्नोलॉजी, क्रेडिट, मार्केटिंग, नवाचार, कौशल विकास, प्राकृतिक संसाधनों और महिला अधिकार जैसे मुद्दों के प्रति जागरूकता फैलाना है। एआईसीटीई का पूरा ध्यान बच्चियों, किशोरियों और महिलाओं की भलाई और कल्याण पर केंद्रित है। वह लैंगिक असमानता पर जागरूकता पैदा कर महिला शक्ति के विकास पर मुख्य रूप से अपना फोकस रखता है।"
AICTE लीलावती अवार्ड 2020 के तहत सभी योग्य टीमों से आवेदन आमंत्रित किए गए हैं, जिन्होंने महिलाओं को सशक्त बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान दिया है और जिनके कार्यों ने समाज और महिलाओं की स्थिति को मजबूत बनाने में सहयोग किया है। योग्य टीमें उपविषयों जैसे- महिला स्वास्थ्य, आत्मरक्षा, स्वच्छता, साक्षरता आदि के तहत अपने उल्लेखनीय कार्यों का प्रदर्शन एक शॉर्ट विडियो क्लिप में कर सकती हैं। यह शॉर्ट विडियो 4 से 5 मिनट से अधिक समय का नहीं होना चाहिए।