UGC ने फाइनल इयर की परीक्षाओं को कराने के लिए जारी किया SOP आप भी डालिए एक नजर

By Career Keeda | Jul 16, 2020

मानव संसाधन विकास मंत्रालय (MHRD) के साथ विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने अंतिम वर्ष या फाइनल सेमेस्टर की परीक्षाओं को आयोजित करने के लिए SOP (मानक संचालन प्रक्रिया) जारी की है। UGC के संशोधित दिशानिर्देशों के जारी होने के दो दिनों के भीतर आयोग द्वारा SOP का निर्माण और विमोचन किया गया।

UGC द्वारा जारी पत्र में कहा गया है कि SOP का निर्माण COVID-19 की मौजूदा स्थिति के खिलाफ उठाए गए बचाव कदमों के आधार पर किया गया है। SOP 6 जुलाई को UGC द्वारा जारी किए गए संशोधित दिशानिर्देशों का पालन करता है, जहां यह निर्णय लिया गया था कि फाइनल सेमेस्टर की परीक्षाएं 30 सितंबर, 2020 तक पेन एन पेपर मोड, ऑनलाइन मोड या ब्लिन्डिड मोड के माध्यम से आयोजित की जाएगी।

हालांकि, इस तरह की महामारी की स्थिति में परीक्षा के आयोजन पर बहुत आलोचना होने के बाद आयोग द्वारा SOP जारी किया गया है। ट्विटर पर छात्रों द्वारा परीक्षाओं के विरोध में स्टूडेंट लाइफ मैटर और कैंसिल फाइनल ईयर एग्जाम जैसे हैशटैग भी ट्रेंड हुए।

इस बीच, UGC के सचिव प्रो रजनीश जैन ने कहा, "ग्रेजुएशन या पोस्ट ग्रेजुएशन पाठ्यक्रमों के लिए अंतिम वर्ष की परीक्षाओं का संचालन करना बहुत महत्वपूर्ण है और छात्रों की सुरक्षा हमारी प्रमुख चिंता है। विश्वविद्यालय और कॉलेज ऑनलाइन, ऑफलाइन और ब्लिन्डिड मोड के माध्यम से परीक्षा आयोजित करने का विकल्प चुन सकते हैं।
 
परीक्षा के संचालन के लिए जारी SOP स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा दिए गए दिशा निर्देश और सुझावों पर आधारित है। सभी राज्यों को  इनका पालन करते हुए अंतिम वर्ष के छात्रों के लिए परीक्षा आयोजित करनी चाहिए।"

यह रहे वह नियम जिनका सभी छात्रों और परीक्षा केंद्रों को आयोजन के समय पालन करना होगा:

1. सभी विश्वविद्यालयों और कॉलेजों को केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा COVID-19 के मद्देनजर बनाये गये नियमों का पानल सुनिश्चित करना होगा। हालाँकि, वे अधिक कड़े नियम बना सकते हैं यदि वह स्थान या स्थिति के लिए आवश्यक हो।

2. यदि किसी स्थान पर आवाजाही में प्रतिबंध हो तो कॉलेज द्वारा जारी एडमिट कार्ड या आईडी कार्ड पास के तौर पर छात्रों द्वारा इस्तेमाल किया जा सकता है। राज्य सरकारें स्थानीय प्रशासन को इस संबंध में सूचित करेंगी।

3. फर्श, दीवारें, दरवाजे आदि सहित पूरे परीक्षा केंद्र को डिसइंफेक्टेंट किया जाना चाहिए।

4. लिक्विड हैंडवाश या सैनिटाइजर को मेन इंट्री गेट, रेस्टरूम और अन्य आवश्यक स्थानों पर छात्रों के लिए उपलब्ध कराना होगा।

5. छात्रों के बैठने की जगह, डेस्क और कुर्सियों आदि को हर सेशन की परीक्षा के बाद सैनिटाइज करना आवश्यक है।

6. सभी वाशरूम को साफ और सैनिटाइज रखना होगा।

7. सभी दरवाजों के हैंडल, सीढ़ियों की रेलिंग, लिफ्ट के बटन आदि को सैनिटाइज करना आवश्यक है।

8. यदि परीक्षा भवन में व्हीलचेयर की अनुमति है तो उसे सैनिटाइज करना भी आवश्यक है।

9. सभी कूड़ेदान साफ ​​होने चाहिए।

10. परीक्षा केंद्र में आने वाले सभी कर्मचारियों को अपने स्वास्थ्य के बारे में सेल्फ-डिक्लेरेशन जमा करना होगा।

11. तापमान चेक करने के लिए थर्मल स्क्रीनिंग का डिवाइस मुख्य द्वार पर उपलब्ध होना चाहिए और बिना स्क्रीनिंग हुए किसी को भी अंदर नहीं जाने दिया जाएगा।

12. यदि कोई स्टाफ मुख्य द्वार पर स्क्रीनिंग या सेल्फ-डिक्लेरेशन में संदिग्ध या उसकी तबीयत ठीक नहीं पाई जाती है तो उसे तुरत परीक्षा केंद्र से बाहर जाने का आदेश देना होगा।

13. परीक्षा केंद्र पर सभी स्टाफ को मास्क और ग्लव्स पहनना अनिवार्य होगा।

14. परीक्षा केंद्र के सभी स्थानों पर सरकार द्वारा निर्धारित मानकों के अनुसार साफ सफाई बनाये रखनी होगी।

15. सोशल डिस्टैंसिंग के लिए आगाह करने वाले साइन बोर्ड और सिंबल आदि उचित स्थानों पर लगे होने चाहिए।

16. सीटिंग प्लान- एक छात्र के बाद एक सीट छोड़कर दूसरा छात्र बैठेगा।

17. यदि विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित की जाने वाली टर्मिनल सेमेस्टर/फाइनल ईयर परीक्षा में कोई भी छात्र किसी कारणवश उपस्थित नहीं हो पाता है, तो उससे उस पाठ्यक्रम/पेपर के लिए विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित स्पेशल परीक्षा में उपस्थित होने का अवसर दिया जाएगा, जिससे उसके साथ किसी भी तरह का भेदभाव या असुविधा या नुकसान ना हो।