पेंशनर्स को सरकार से मिली बड़ी राहत, अब PPO दस्तावेजों को कर सकते हैं डिजिटली स्टोर

By Career Keeda | Sep 19, 2020

सरकारी विभाग में अपनी सेवा दे चुके रिटायर्ड कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को पेंशन लेते समय सबसे बड़ी समस्या का सामना करना पड़ता है वह होता है PPO अर्थात पेंशन पेमेंट ऑर्डर। कुछ सालों तक तो पेंशनधारी PPO दस्तावेजों को संभाल कर रखते हैं लेकिन अमूमन ऐसा देखा गया है कि उसके बाद जो ओरिजिनल PPO डाक्यूमेंट्स होते हैं वह खो जाते हैं या मिलते नहीं जिसके चलते पेंशनर्स को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है, उसे दोबारा बनवाने के लिए दफ्तरों के चक्कर लगाने पड़ते हैं। जब यह समस्या पेंशन और पेंशनर्स कल्याण विभाग के सामने आई की किसी कारणवश पेंशनधारियों के PPO दस्तावेज और अन्य पेंशन से जुड़े दस्तावेज खो जाते हैं या उन्हें उनको संभालने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है तो उन्होंने इसका संज्ञान लिया। बढ़ते COVID-19 महामारी के खतरे को ध्यान में रखते हुए, नए सेवानिवृत्त कर्मचारियों के लिए यह दुविधा थी कि वह PPO की हार्ड कॉपी प्राप्त करने के लिए शारीरिक रूप से कैसे उपस्थित हो। 

65 लाख सेवानिवृत्त कर्मचारियों को मिलेगा सीधा फायदा

65 लाख पेंशनर्स को राहत देते हुए केंद्र सरकार ने एक नई सुविधा शुरू की है जिसके चलते अब पेंशनभोगियों को अपने दस्तावेजों को घर में किसी फाइल या किसी अलमारी के लॉकर में रखने की जरूरत नहीं होगी। केंद्र सरकार द्वारा अब इन रिटायर्ड पेंशनर्स के लिए डिजिटल लॉकर की शुरुआत की जा रही है जिसमें सेवानिवृत्त कर्मचारी अपने पीपीओ दस्तावेजों और अन्य जरूरी दस्तावेजों को जिंदगी भर के लिए डिजिटल स्टोर करके रख सकते हैं और खो जाने के डर से चिंता मुक्त होके जी सकते हैं। पेंशन और पेंशनभोगी कल्याण विभाग (DoPPW) ने पेंशनर्स के हित में यह एक बड़ा और राहत देने वाला कदम उठाया है। कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि रिटायर्ड कर्मचारियों के PPO दस्तावेज खो जाने की वजह से इन पेंशनभोगियों को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। 

PPO की हार्ड कॉपी देने से मिलेगा छुटकारा

इस बयान के मुताबिक, विभाग ने इन मुश्किलों को  ध्यान में रखते हुए रिटायर्ड कर्मचारियों के आगे आने वाले जीवन को आसान और आरामदेय बनाने के लिए सार्वजनिक वित्त प्रबंधन प्रणाली (PFMS) के माध्यम से तैयार किए गए इलेक्ट्रॉनिक PPO (E-PPO) आदेश को डिजिलॉकर से जोड़ने का निर्णय लिया है। इस सुविधा की मदद से पेंशनर्स अपने PPO को डिजिलॉकर में हमेशा के लिए स्टोर करके रख सकते हैं जिसके चलते PPO उनका का स्थायी डिजीलॉकर में सुरक्षित रहेगा और जब चाहे जहां चाहे उसे एक्सेस करके निकाल सकते हैं। इसके 3 सबसे बड़े मुख्य फायदे हैं पहला - नए पेंशनधारियों तक PPO पहुंचने में देरी की समस्या से निजात मिलेगा, दूसरा- पेंशनर्स को इन दस्तावेजों को संभाल कर रखने की जरूरत नहीं होगी और तीसरा- रिटायर्ड कर्मचारियों को अब PPO की हार्ड कॉपी देने की अनिवार्यता समाप्त हो जाएगी। 

कैसे करेगा डिजिलॉकर काम 

डिजीलॉकर एक डिजिटल डॉक्युमेंट वॉलेट होता है अर्थात जिसमें आपको किसी भी तरह की हार्ड कॉपी या दस्तावेज रखने की जरूरत नहीं पड़ती, वह सारे  डॉक्यूमेंट इलेक्ट्रॉनिकली स्टोर होते हैं। डीजी लॉकर एक कंप्यूटर की तरह होता है जैसे आप कंप्यूटर में आप कंप्यूटर में अपने डॉक्यूमेंट सेव करते हैं वैसे ही इस लॉकर में आप अपने PPO और अन्य दस्तावेजों को सुरक्षित रख सकते हैं। इसमें महत्वपूर्ण दस्तावेजों की डिजिटल कॉपी स्टोर कर कहीं भी प्राप्त की जा सकती है। विभाग के अनुसार इस तकनीक को भविष्य सॉफ्टवेयर के साथ मिलकर तैयार किया गया है। भविष्य सॉफ्टवेयर पेंशन की प्रोसेसिंग से लेकर उसके एंड तक की प्रक्रिया के लिए एक सिंगल विंडो प्लेटफार्म प्रदान करता है। यह सॉफ्टवेयर अब रिटायर्ड कर्मचारियों के डिजिलॉकर खाते को भविष्य खाते से जोड़ने और E-PPO हासिल की सुविधा भी दे रहा है।