English Learning Tips: डेली रूटीन में इन आदतों को शामिल करने से बोलने लगेंगे फर्राटेदार इंग्लिश

By Career Keeda | Jun 27, 2024

इंग्लिश एक ऐसी भाषा है जो लगभग हर देश में बोली जाती है, इसलिए इसको ग्लोबल लैंग्वेज माना जाता है। वहीं वर्तमान समय में कम्यूनिकेशन के लिहाज से भी इंग्लिश बोलना बेहद जरूरी होता है। लेकिन अगर आपकी इंग्लिश कमजोर है और आप घर बैठे अपनी स्पोकन इंग्लिश को अच्छा करना चाहते हैं, तो यह आर्टिकल आपके लिए है। हालांकि जितना लोगों को लगता है, स्पोकन इंग्लिश सीखना उतना भी मुश्किल नहीं है। 

इंग्लिश सीखने के लिए आपको किसी कोचिंग संस्थान या फिर कोई स्पीकिंग कोर्स खरीदने की जरूरत नहीं पड़ेगी। आप यदि आपकी आदतों में कुछ बदलाव करते हैं, तो आप आराम से इंग्लिश सीख जाएंगे। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको स्पोकन इंग्लिश स्किल्स को बेहतर बनाने के कुछ आसान से टिप्स के बारे में बताने जा रहे हैं। जो आपके लिए काफी मददगार साबित हो सकता है।

जोर-जोर से पढ़ें किताबें
अंग्रेजी सीखने का सबसे बेस्ट तरीका है कि आप फ्री टाइम में कुछ इंग्लिश की किताबें पढ़ें। अगर आपके पास कुछ पसंदीदा किताबें हैं, तो आप इनको जोर-जोर से पढ़कर अपनी स्पोकन इंग्लिश में सुधार ला सकती हैं। या फिर सही इंग्लिश स्पोकन के लिए किसी अच्छे शब्दकोश का ऑनलाइन या ऑफलाइन मदद ले सकती हैं।

आईने से करें बात
अगर आप भी स्पोकन इंग्लिश सीखना चाहते हैं, तो इसके लिए आप आइने के सामने खड़े होकर प्रैक्टिस कर सकते हैं। सबसे पहले कोई अपना पसंदीदा सब्जेक्ट चुनें, जिस पर आप अधिक से अधिक बोल सकें। फिर आइने के सामने खड़े होकर खुद से बात करने का प्रयास करें। इससे फायदा यह होगा कि आप इस दौरान बोलते हुए अपने चेहरे के भावों को भी देख पाएंगे और इसको सुधार कर फोकस भी कर पाएंगे।

इंग्लिश ऑडियो सुनें
स्पोकन इंग्लिश को सुधारने के लिए खाली समय का सदुपयोग करना चाहिए। आप चाहें तो अंग्रेजी में ऑडियो सुन सकते हैं। इसके लिए आप ऑडियो ड्रामा और किताबों का सहारा ले सकते हैं।

रेडियो, टीवी या पॉडकास्ट का करें इस्तेमाल
स्पोकन अंग्रेजी को बेहतर बनाने के लिए रेडियो या पॉडकास्ट पर अंग्रेजी समाचार या कोई प्रोग्राम सुनना और टीवी देखना शुरूकर दें। क्योंकि जब आप लगातार शब्द सुनेंगे और उनका उच्चारण करेंगे। तो आप की इंग्लिश बेहतर बनेगी और स्पोकन में भी सुधार आएगा। इससे आपको यह भी पता चलेगा कि कैसे बोलना है और बॉडी लैंग्वेज में भी बदलाव आएगा।