15 साल बाद स्कूली शिक्षा में हुआ बदलाव सिलेबस से लेकर बदल जाएंगी किताबें बढ़िया पूरी जानकारी

By Career Keeda | Jun 30, 2020

कोरोना संक्रमण काल में बच्चों के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए 20 मार्च से सभी स्कूल, कॉलेज और शैक्षिक संस्थान बंद कर दिए गए थे। कुछ छात्रों की परीक्षा नहीं हो पाई थी, तो उसके लिए भी सरकार ने कदम उठाए और अब सीबीएससी बोर्ड 10वीं और 12वीं के नतीजे भी घोषित करने जा रहा है। जुलाई का महीना आने वाला है, इस माह में सभी स्कूली छात्रों का नया शैक्षणिक सत्र शुरू हो जाता है।

क्योंकि कोरोना की वजह से अभी स्कूल कॉलेज नहीं खोले जा रहे हैं, तो समय के अभाव को देखते हुए सरकार अब न्यू एकेडमिक कैलेंडर, न्यू सिलेबस, नए पाठ्यक्रम और नई किताबों लेकर आ रही है, जिसके लिए HRD मंत्रालय ने NCERT को स्कूली शिक्षा में बदलाव करने के लिए कह दिया है। 15 साल बाद स्कूली शिक्षा में ये बदलाव होने जा रहा है। अब न्यू सिलेबस के साथ एनसीईआरटी से पूरा पाठ्यक्रम तैयार करने को कहा गया है।

मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने कहा है कि स्कूली शिक्षा के लिए राष्ट्रीय पाठ्यक्रम की रूपरेखा (एनसीएफ) में 15 साल बाद बदलाव किए जा रहा है और नई रूपरेखा का मसौदा दिसंबर तक तैयार हो जाएगा। वहीं, नए पाठ्यक्रम की अगले साल मार्च तक तैयार हो जाने की संभावना है।
 
मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘अब स्कूली शिक्षा के लिए नए पाठ्यक्रम की तैयारी करने का काम शुरू हो चुका है। NCERT से उम्मीद की जाएगी कि वह नए पाठ्यक्रम के मुताबिक किताबों में जरूरी बदलाव करें। स्कूली शिक्षा के लिए इस प्रक्रिया की शुरुआत विषयों के विशेषज्ञ करेंगे और दिसंबर 2020 तक अंतरिम रिपोर्ट देंगे। नया पाठ्यक्रम मार्च 2021 तक तैयार होने की संभावना है।''

मंत्रालय ने राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) को निर्देश दिया है कि पाठ्य पुस्तकों में बदलाव करते हुए यह ध्यान रखा जाए कि उनमें तथ्यों के अलावा और कुछ न हो। मंत्रालय ने कहा है कि पाठ्य पुस्तकों में किताबी ज्ञान बहुत है। उनमें अतिरिक्त चीजें जैसे रचनात्मक सोच, जीवन से जुड़े कौशल, भारतीय संस्कृति, कला और अन्य चीजों को शामिल किया जाना चाहिए। NCERT की किताबों में अभी तक सिर्फ 4 बार 1975, 1988, 2000 और 2005 में बदलाव हुआ है और अब यह पांचवीं बार होने जा रहा है।

नए पाठ्यक्रम के हिसाब से कक्षा एक से लेकर 12 वीं तक की सभी पुस्तकों में बदलाव होगा। इसके अलावा मंत्रालय ने NCERT से कहा है कि वह ऐसे छात्रों के लिए उपयुक्त पाठ्यक्रम सामग्री तैयार करें, जिनके पास इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध नहीं है। मंत्रालय ने एनसीईआरटी को कहा है कि COVID-19 महामारी के दौरान वह पूरक पाठ्य सामग्री तैयार करें, खासतौर से उनके लिए, जिनके पास इंटरनेट सेवा उपलब्ध नहीं है।
 
NCERT एक से पांचवीं कक्षा तक के लिए ऐसी पाठ्य सामग्री दिसंबर 2020 तक और छठवीं से 12 वीं तक के लिए जून 2021 तक चरणबद्ध तरीके से तैयार करे। पाठ्यक्रम में बदलाव के साथ नए स्कूली सत्र में पुस्तके पूरी तरह बदल जाएंगी। अब किताबों में रचनात्मकता के अलावा भारत की संस्कृति, दूसरी नई और रोचक जानकारियां भी छात्रों के लिए उपलब्ध होंगी।