छोटी उम्र में बच्चों को कोडिंग सिखाना है बहुत फायदेमंद, जानें क्या है स्क्रैच प्रोग्रामिंग लैंग्वेज

By Career Keeda | Oct 19, 2020

आज के समय में छोटे बच्चों को भी स्मार्टफोन और लैपटॉप बखूबी चलाना आता है। आज की डिजिटल दुनिया में जहाँ हर चीज़ में टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल हो रहा है, बच्चों की कोडिंग सीखने  में दिलचस्पी  काफी बढ़ रही है। माता-पिता भी छोटी उम्र में ही बच्चों को कोडिंग सिखाना सही मानते हैं क्योंकि इससे बच्चों की सोचने की क्षमता बढ़ती है और वे चीज़ों को सिस्टेमैटिक तरीके से करना सीख पाते हैं। आजकल बहुत से ऑनलाइन प्लैटफॉर्म्स और ऐप्स हैं जिनके जरिए छोटे बच्चों से लेकर बड़ी उम्र तक के लोग आसानी से कोडिंग सीख सकते हैं। इन प्लैटफॉर्म्स की मदद से बच्चे मजेदार तरीके से प्रोग्रामिंग लैंग्वेज और कोडिंग, डिजाइनिंग सीख पाते हैं। आज के इस लेख में हम आपको स्क्रैच प्रोग्रामिंग लैंग्वेज की जानकारी देंगे -    

स्क्रैच प्रोग्रामिंग लैंग्वेज क्या है?
स्क्रैच एक प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है जिसके जरिए 8-12 साल तक के छोटे बच्चे या अधिक उम्र के लोग भी कोडिंग सीख सकते हैं। स्क्रैच के जरिए बच्चे ना केवल कोडिंग करना सीख सकते हैं बल्कि खुद की इंटरैक्टिव स्टोरी, एनिमेशन, म्यूजिक या गेम बना सकते हैं। स्क्रैच एक बहुत ही मजेदार और उपयोगी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है जिसे एमआईटी मीडिया लैब ने तैयार किया है। यह एक वर्चुअल प्रोग्रामिंग टूल है जिसमें सिर्फ ड्रैग और ड्रॉप करके ही मजेदार प्रोग्राम बनाइ जा सकते हैं। स्क्रैच को छोटे बच्चों के  हिसाब से तैयार किया है। इसमें बच्चों को याद रखने के लिए कमांडों (commands) को  टाइप करने की बजाय, स्क्रैच बिल्डिंग ब्लॉक प्रारूप में काम करता है।  इसमें 'मूव एक्स स्टेप्स' जैसे कमांडों के बिल्डिंग ब्लॉक को स्क्रीन पर एक साथ फिट करने के लिए पहेली टुकड़ों की तरह आकार दिया जाता है।इससे बच्चों को सीखने में आसानी होती है और वे आसान और मजेदार तरीके से कोडिंग सीख पाते हैं।यहां कोडिंग से जुड़ी हर बेहतरीन जानकारी के साथ लेटेस्ट कोडिंग अपडेट्स भी मिलते हैं।

स्क्रैच प्रोग्रामिंग लैंग्वेज किस तरह है फायदेमंद?
आज के समय में हर चीज़ डिजिटलाइज़्ड हो गई है। स्मार्टफोन से लेकर स्मार्ट क्लासेज तक, हर जगह डिजिटल टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जा रहा है। ऐसे में बच्चों को छोटी उम्र में ही कोडिंग सीखने से उन्हें आगे जाकर बहुत फायदा हो सकता है। इससे बच्चे कम उम्र में ही कोडिंग और डिजाइनिंग सीख पते हैं जिससे उन्हें आगे जाकर इस क्षेत्र में अपना करियर बनाने में बहुत मदद मिलती है। कोडिंग की मदद से बच्चे चीज़ों को सिस्टेमैटिक ढंग से करना सीखते हैं और उनकी नॉलेज भी बढ़ती है। बच्चो के साथ-साथ यह प्लेटफॉर्म उन लोगों के लिए भी बेहतरीन है तो कोडिंग सिखाना चाहते हैं, तो आप इस प्लैटफॉर्म का इस्तेमाल कर सकते हैं। स्क्रैच पर टीचर्स के लिए भी एक प्रोग्राम है जिसके जरिए वे ऐप्स बना सकते हैं।

कौन से प्लैटफॉर्म सीख सकते हैं स्क्रैच प्रोग्रामिंग लैंग्वेज
आजकल ऐसे बहुत से ऑनलाइन प्लैटफॉर्म और ऐप्स उपलब्ध है जिनके जरिए आप कोडिंग सीख सकते हैं या सीखा सकते हैं। इनमें से वाइट हैट जूनियर बच्चों को कोडिंग सीखाने के लिए एक बेहतरीन प्लैटफॉर्म है। वहीं खान अकैडमी, लाइटबोत, हॉपस्कॉच और कोडमंकीडॉटकॉम जैसे प्लैटफॉर्म भी कोडिंग सीखने के लिए बहुत पॉपुलर हैं।