एसबीआई क्लर्क परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं तो पढ़ें ये लेख, जानें परीक्षा पैटर्न व अन्य जानकारी

By Career Keeda | Oct 05, 2020

भारत में बैंकिंग सेक्टर बहुत तेजी से विकास कर रहा है। सरकारी बैंक की नौकरी में अच्छी सेलैरी के साथ-साथ अन्य सुख-सुविधाएं भी मिलती हैं। यही कारण है कि हर साल हजारों लोग बैंक की परीक्षा के लिए आवेदन करते हैं। सरकारी बैंको में भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) एक प्रतिष्ठित नाम है। हर साल एसबीआई क्लर्क और पीओ पदों पर भर्ती के लिए विभिन्न परीक्षाओं का आयोजन करता है। आज के इस लेख में हम आपको एसबीआई क्लर्क परीक्षा पैटर्न व अन्य महत्वपूर्ण जानकारी देंगे - 
एसबीआई क्लर्क परीक्षा तीन चरणों में आयोजित की जाती है - प्रीलिम्स, मेन्स और भाषा प्रवीणता परीक्षा (LPT)। एसबीआई क्लर्क परीक्षा के लिए उम्मीदवार को किसी भी स्ट्रीम में ग्रेजुएट होना चाहिए। एसबीआई क्लर्क बनने के लिए उम्मीदवार को सबसे पहले प्रीलिम्स परीक्षा में उत्तीर्ण होना अनिवार्य है। जो परीक्षार्थी प्रीलिम्स परीक्षा पास कर लेते हैं वे मेन्स परीक्षा में बैठने के लिए योग्य होते हैं। इसके साथ ही किसी विशेष राज्य के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों का स्थानीय भाषा परीक्षण भी होता है। 

प्रीलिम्स परीक्षा 
एसबीआई क्लर्क की प्रारंभिक यानी प्रीलिम्स परीक्षा ऑनलाइन आयोजित की जाती है। प्रीलिम्स परीक्षा प्रश्नपत्र में तीन खण्ड होते हैं - न्यूमेरिकल एबिलिटी, रीज़निंग एबिलिटी और इंलिश लैंग्वेज। इसमें 100 अंकों के 100 वैकल्पिक प्रश्न पूछे जाते हैं, जिसके लिए अभ्यर्थियों को कुल 1 घंटे का समय दिया जाता है। प्रीलिम्स और मेन्स परीक्षा में गलत उत्तर के लिए नेगेटिव मार्किंग होती है। हर गलत उत्तर पर प्रश्न के लिए निर्धारित उनके के 1/4 अंक काटे जाते हैं। प्रश्नपत्र हिंदी और अंग्रेजी भाषाओं में उपलब्ध होता है। 

मेन्स परीक्षा 
जो परीक्षार्थी प्रीलिम्स परीक्षा पास कर लेते हैं उन्हें मेन्स परीक्षा देनी होती है। प्रीलिम्स की तरह ही मेन्स परीक्षा भी ऑनलाइन मोड में आयोजित की जाती है। मेन्स परीक्षा में कुल चार खण्ड होते हैं - जनरल इंग्लिश, क्वांटिटेटिव एप्टीट्यूड, रीज़निंग और कंप्यूटर एप्टीट्यूड और जनरल/फाइनेंस अवेयरनेस। मेन्स परीक्षा 200 अंक की होती है जिसमें चारों खंडों को मिलाकर कुल 190 प्रश्न पूछे जाते हैं। इन प्रश्नों को हल करने के लिए 2 घंटे 40 मिनट का समय मिलता है। हर गलत उत्तर पर प्रश्न के लिए निर्धारित उनके के 1/4 अंक काटे जाते हैं। प्रश्नपत्र हिंदी और अंग्रेजी भाषाओं में उपलब्ध होता है। 

स्थानीय भाषा परीक्षा  
मेन्स परीक्षा के बाद स्थानीय भाषा परीक्षण होता है। यदि कोई उम्मीदवार किसी अलग राज्य से आवेदन कर रहा है, तो उसे उस राज्य की क्षेत्रीय भाषा पढ़नी, लिखनी और समझनी आनी चाहिए। यदि उम्मीदवार ने 10वीं स्तर पर स्थानीय भाषा का अध्ययन किया है और उसका प्रमाणपत्र है तो उसे स्थानीय भाषा के लिए अलग से परीक्षा नहीं देनी होती। लेकिन यदि ऐसा नहीं है तो उम्मीदवार की स्थानीय भाषा प्रवीणता परीक्षा होगी।