भारतीय वायु सेना में नौकरी का सपना देख रहे ख्वाइशमंद लोग जरूर पढ़ें इसके लिए क्वालिफिकेशन और सिलेक्शन प्रोसीजर

By Career Keeda | Aug 19, 2020

भारतीय वायु सेना (IAF) में काम करना या हम यूं कहें कि नौकरी करना यानी सुपरसोनिक जेट, अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी और देश के सर्वश्रेष्ठ और प्रतिष्ठित लोगों के साथ काम करने जैसा होता है। आप उस जगह है जहां कभी भी एक्शन की कमी नहीं होती, जहां एडवेंचर और थ्रिल आपको कदम कदम पर मिल जाएगा। वायु सेना आपको सबसे आधुनिक सुविधाएं प्रदान करती है, जीवन जीने का एक अनूठा तरीका आपको बताती है और एक ऐसा वातावरण आपके इर्द-गिर्द  बनाती है जो आपको अपना बेस्ट देने पर मजबूर कर देता है। भारतीय वायु सेना में नौकरी पाने की इच्छा तो देश के हर एक युवा नौजवान का स्वप्न होता है क्योंकि इसमें आपको पैसा, प्रतिष्ठा और सम्मान तीनों ही मिलते है जो शायद ही आपको कहीं मिले क्योंकि इंडियन एयर फोर्स में काम करना यानी सीधे-सीधे डिफेंस मिनिस्ट्री अर्थात देश की सुरक्षा से जुड़ने का अवसर और गौरव आपको स्वता ही प्राप्त हो जाता है।

देश के लिए मर मिटने और देश सेवा करने की चाह हर किसी के अंदर होती है जिसके लिए भारतीय वायु सेना भी एक अच्छा विकल्प है।चाहे आप ग्रेजुएट हैं या आपने अपनी स्कूली शिक्षा पूरी कर ली है या आप 12वीं कक्षा उत्तीर्ण की है और इसके बाद एक सफल करियर की उड़ान भरना चाहते हैं तो भारतीय वायु सेना के पास आपके लिए एक रोमांचक करियर का अवसर है। ख्वाहिशमंद लोग जो भारतीय वायु सेना में पायलट बनना चाहते हैं या नॉन टेक्निकल पद पर नियुक्त ऑफिसर के रूप में देश की सेवा करने जाते जाते हैं उन्हें आज हम बताएंगे कि इसके लिए क्वालिफिकेशन, चयन प्रक्रिया और करियर अपॉर्चुनिटी क्या है।

IAF की तीन प्रमुख ब्रांचेस

आप भारतीय वायु सेना में अपनी शैक्षणिक योग्यता के आधार पर फ्लाइंग, टेक्निकल या ग्राउंड ड्यूटी ब्रांचेस में एक अधिकारी के रूप में शामिल हो सकते है। भारतीय वायुसेना की इन तीन शाखाओं में और भी सब-स्ट्रीम हैं:

1.फ्लाइंग ब्रांच: फाइटर पायलट, ट्रांसपोर्ट पायलट, हेलिकॉप्टर पायलट - आप शांति और युद्ध दोनों के दौरान इनमें से किसी भी पायलट के रूप में काम करेंगे। आप NCC स्पेशल एंट्री (पुरुष) के माध्यम से, AFCAT परीक्षा (पुरुष और महिला) के माध्यम से, CDS परीक्षा (पुरुष) के माध्यम से ग्रेजुएट के रूप में फ्लाइंग ब्रांच में प्रवेश कर सकते है। आप 10 + 2 के बाद भी NDA/NA परीक्षा उत्तीर्ण करके भी इस ब्रांच को प्राप्त कर सकते है।

2.टेक्निकल ब्रांच: मैकेनिकल, इलेक्ट्रॉनिक्स - इस ब्रांच में आप दुनिया के कुछ सबसे परिष्कृत उपकरणों की देखभाल कर रहे होंगे। आप इस शाखा को AFCAT परीक्षा या विश्वविद्यालय प्रवेश योजना (UES) के माध्यम से प्राप्त कर सकते है।

3.ग्राउंड ड्यूटी ब्रांच: प्रशासन, लेखा, लॉजिस्टिक्स, शिक्षा, मौसम विज्ञान - इन उल्लिखित विभागों के हिस्से के रूप में आप देखरेख करेंगे, मानव और सामग्री संसाधन / प्रबंध निधियों को बनाए रखेंगे, आंतरिक लेखा परीक्षक के रूप में काम करेंगे / वायु यातायात नियंत्रक या लड़ाकू नियंत्रक के रूप में काम करेंगे। AFCAT को क्वालिफाई करके आप इस ब्रांच में जा सकते है।

कैसे ज्वाइन करें IAF

1.10 + 2 के बाद:

नेशनल डिफेंस एकेडमी (NDA) और नेवल एकेडमी (NA) परीक्षा के माध्यम से भारतीय वायु सेना में एक अधिकारी के रूप में शामिल होने के लिए फिजिक्स और मैथ के साथ 10 + 2 (साइंस) की योग्यता रखने वाले युवा लड़कों के लिए एक सुनहरा अवसर है। UPSC पूरे भारत में सभी प्रमुख शहरों में साल में दो बार इन परीक्षाओं का आयोजन कराता है।

यदि आप प्रारंभिक चयन प्रक्रिया के बाद वायु सेना के लिए शॉर्ट-लिस्टेड हो जाते हैं, तो आपको 3 साल के सख्त प्रशिक्षण से गुजरना होगा। इसके बाद आपको अधिकारी के रूप में कमीशन किया जाएगा और वायु सेना स्टेशनों में से किसी भी पायलट के रूप में तैनात किया जाएगा।

2. ग्रेजुएशन के बाद:

क्या आप 10 + 2 के बाद भारतीय वायु सेना में शामिल होने का मौका गवा चुके हैं तो निराश होने की जरूरत नहीं है, आपके पास ग्रेजुएट होने के बाद भारतीय वायुसेना में शामिल होने के बहुत सारे अवसर है। UPSC ग्रेजुएट उम्मीदवारों के लिए CDS और NCC विशेष प्रवेश योजना परीक्षा आयोजित करता है  जिसके जरिए आपका IAF में शामिल होने का सपना सच होगा।

CDS परीक्षा- CDS परीक्षा फ्लाइंग शाखा में प्रशिक्षु पायलटों की भर्ती के लिए आयोजित की जाती है, जिसमें केवल पुरुष स्नातक आवेदन करने के लिए पात्र हैं। जैसा कि पहले उल्लेख किया गया है, हर साल दो बार UPSC द्वारा सीडीएसई परीक्षा आयोजित की जाती है। शॉर्ट-लिस्टेड उम्मीदवारों को विशेष उड़ान प्रशिक्षण प्रतिष्ठान में प्रशिक्षित किया जाता है।

NCC स्पेशल एंट्री- भारतीय वायु सेना की फ्लाइंग शाखा में शामिल होने और राष्ट्रीय कैडेट कोर के एयर विंग सीनियर डिवीजन 'C' सर्टिफिकेट पानी वाले इच्छुक उम्मीदवारों NCC स्पेशल एंट्री के लिए आवेदन करने के लिए पात्र है।

3.इंजीनियरिंग के बाद:

यदि आप भारतीय वायु सेना में शामिल होने के इच्छुक इंजीनियरिंग ग्रेजुएट हैं तो आपके पास IAF टेक्निकल ब्रांच में शामिल होने का विकल्प है, जो उन अत्याधुनिक मशीनरी के रखरखाव से संबंधित है। इच्छुक उम्मीदवार इंजीनियरिंग में अपनी डिग्री पूरी करने के बाद भारतीय वायु सेना में शामिल हो सकते हैं या नीचे दी गई प्रवेश योजनाओं के माध्यम से UPSC द्वारा मान्यता प्राप्त समकक्ष योग्यता माननीय है।

UES द्वारा प्रवेश- विश्वविद्यालय प्रवेश योजना (UES) IAF की तकनीकी शाखा में शामिल होने के लिए पूर्व अंतिम वर्ष के इंजीनियरिंग छात्रों के लिए आयोजित की जाती है। उम्मीदवारों का प्रारंभिक प्रशिक्षण AFA में आयोजित किया जाता है और बाद में उन्हें अपने तकनीकी ज्ञान को और बढ़ाने के लिए बैंगलोर में वायु सेना तकनीकी कॉलेज में शामिल होने की आवश्यकता होती है।

AFCAT द्वारा प्रवेश- AFCAT भारतीय वायु सेना द्वारा संचालित सबसे बड़ा उपकरण अभ्यास है और AFCAT को भारतीय वायुसेना की सभी तीन शाखाओं यानी फ्लाइंग, तकनीकी और ग्राउंड ड्यूटी के लिए अधिकारियों (पुरुष / महिला) की भर्ती के लिए आयोजित किया जाता है। इसमें विशेष रूप से तकनीकी शाखा के उम्मीदवारों के लिए EKT (इंजीनियरिंग नॉलेज टेस्ट) शामिल है।

4. पोस्ट ग्रेजुएशन के बाद: 

सक्रिय उड़ान शाखा के अलावा आप भारतीय वायु सेना में ग्राउंड ड्यूटी शाखाओं में भी सेवा दे सकते हैं, जिसमें प्रशासन शाखा, लेखा शाखा, रसद शाखा, शिक्षा शाखा और मौसम शाखा शामिल हैं।

जिन उम्मीदवारों ने फिजिक्स और मैथ में ग्रेजुएशन और साइंस स्ट्रीम / गणित / सांख्यिकी / भूगोल / कंप्यूटर अनुप्रयोग / पर्यावरण विज्ञान / एप्लाइड भौतिकी / समुद्र विज्ञान / कृषि मौसम विज्ञान / पारिस्थितिकी और पर्यावरण / भू-भौतिकी / पर्यावरण जीव विज्ञान में पोस्ट ग्रेजुएशन पूरा कर लिया है साथ ही न्यूनतम 50% अंक प्राप्त किए हैं वह IAF के ग्राउंड ड्यूटी ब्रांच के लिए AFCAT परीक्षा देने के लिए पात्र होंगे।ग्राउंड ड्यूटी शाखाओं के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवार स्थायी या लघु सेवा आयोग के आधार पर भारतीय वायु सेना में शामिल हो सकते है।

उम्मीदवारों को एकेडमिक क्वालीफिकेशन के इलावा प्राधिकरण द्वारा अधिसूचित फिजिकल फिटनेस के लिए तय मापदंडों पर खरा उतरना भी आवश्यक है तभी वह IAF में भर्ती हो सकेंगे क्योंकि IAF में भर्ती एक अधिकारी भी एक सेना का जवान होता है।

एक बार जब उम्मीदवार वायु सेना में अपनी प्रोफेशनल ट्रेनिंग पूरी कर लेते हैं उसके बाद उनके लिए इस क्षेत्र में रोजगार के कई अवसर मौजूद है।IAF  अपनी अलग-अलग ब्रांचे में करियर बनाने के कई महान अफसर और विकल्प प्रदान करता है। सिविल एविएशन मिनिस्ट्री और कई संस्थान समय-समय पर विभिन्न पदों पर रिक्तियां निकालते रहते है जिसके लिए इच्छुक और योग उम्मीदवार आवेदन कर सकते है।

1.पद का नाम - एयरमैन ग्रुप X टेक्निकल और नॉन टेक्निकल ट्रेड्स
एलिजीबिलिटी - किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से मैथमेटिक्स, फिजिक्स और इंगलिश में कम से कम 50 प्रतिशत अंक के साथ इंटरमीडिएट 10 + 2 या इक्वेंलेन्ट होना आवश्यक है।
आयु सीमा - 16 से 26 वर्ष
चयन प्रक्रिया - लिखित, फिजिकल टेस्ट, मेडिकल टेस्ट, इंटरव्यू

2.पद का नाम - एयरमैन ग्रुप Y (नॉन टेक्निकल) ट्रेड्स
एलिजीबिलिटी - किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से मैथमेटिक्स, फिजिक्स और इंगलिश में कम से कम 50 प्रतिशत अंक के साथ इंटरमीडिएट 10 + 2 या इक्वेंलेन्ट होना आवश्यक है।
आयु सीमा - 16 से 26 वर्ष