'एक देश-एक परीक्षा', पढ़िए कैसे CET के आने से युवाओं के लिए सरकारी नौकरी पाना हुआ और भी आसान

By Career Keeda | Aug 25, 2020

सरकारी भर्ती प्रक्रिया में एक बड़े और ऐतिहासिक बदलाव की ओर कदम उठाते हुए 19 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को केंद्र सरकार की नौकरियों के लिए भर्ती प्रक्रिया में सुधार के लिए राष्ट्रीय भर्ती एजेंसी (NRA) के निर्माण को मंजूरी दे दी। वर्तमान में, सरकारी नौकरियों की तलाश करने वाले उम्मीदवारों को विभिन्न पदों के लिए कई भर्ती एजेंसियों द्वारा आयोजित अलग-अलग परीक्षाओं के लिए उपस्थित होना पड़ता है, लेकिन अब NRA सभी गैर राजपत्रित पदों की केंद्र सरकार नौकरियों के लिए एक सामान्य पात्रता परीक्षा (CET) आयोजित कराएगा जिससे अभ्यार्थियों को एक ही परीक्षा में उपस्थित होना पड़ेगा जो उनके समय और खर्च दोनों को ही बचाएगा। कईयों के दिमाग में यह सवाल आ रहा होगा कि आखिर NRA काम कैसे करेगा? कैसे CET परीक्षा आयोजित कराई जाएगी? कैसे मिलेगा उसका लाभ मिलेगा? इन सभी सवालों का जवाब आज हम आपको अपने इस आर्टिकल में देंगे।

क्या है CET? 

अब तक प्रमुख सरकारी परीक्षाओं के लिए विभिन्न सरकारी एजेंसियों जैसे RRB, IBPS और SSC परीक्षाओं का आयोजन कराती थी, लेकिन अब "एक देश-एक परीक्षा" की ओर कदम बढ़ाते हुए CET परीक्षा का आयोजन कराया जाएगा जो उम्मीदवारों और भारतीय एजेंसियों का कीमती समय और संसाधन दोनों की बचत करेगा। राष्ट्रीय भर्ती एजेंसी (NRA) नामक एक बहु-एजेंसी निकाय समूह बी और सी (गैर-तकनीकी) पदों के लिए उम्मीदवारों को स्क्रीन/ शॉर्ट लिस्ट करने के लिए एक सामान्य पात्रता परीक्षा (CET) आयोजित करेगा, जो वर्ष में दो बार होगी और जिसका रिजल्ट 3 वर्षों तक वैध होगा। NRA में रेल मंत्रालय, वित्त मंत्रालय / वित्तीय सेवा विभाग यानी SSC, IBPS और RRB के प्रतिनिधि होंगे।NRA एक अत्याधुनिक संस्था होगी जो केंद्र सरकार की भर्ती के क्षेत्र में अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी और सर्वोत्तम प्रथाओं को लाएगी।
 
CET की ज़रूरत? 

वर्तमान में, उम्मीदवारों को सरकारी नौकरियों के लिए समय के विभिन्न बिंदुओं पर कई एजेंसियों द्वारा आयोजित कई सरकारी परीक्षाओं के लिए उपस्थित होना पड़ता है जो उनके समय और लागत पर भारी बोझ डालता है। उम्मीदवारों को कई भर्ती एजेंसियों द्वारा आयोजित परीक्षाओं के लिए अलग से फॉर्म भरना पड़ता है, आवेदन शुल्क जमा करना होता है, दूसरे शहरों में परीक्षा केंद्र तक लंबी दूरी तय करनी होती है जो काफी चुनौतीपूर्ण है। यह ना केवल अभ्यार्थियों अपितु भर्ती एजेंसियों पर भी एक बोझ है, साथ ही संबंधित भर्ती एजेंसियों पर परिहार्य / दोहराव खर्च, कानून और व्यवस्था / सुरक्षा से संबंधित मुद्दों और स्थल संबंधी समस्याओं से संबंधित है। इंडियन एक्सप्रेस में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक इनमें से प्रत्येक परीक्षा में औसतन 2.5 करोड़ से 3 करोड़ उम्मीदवार उपस्थित होते हैं। सामान्य पात्रता परीक्षा CET से इन उम्मीदवारों को सिर्फ एक परीक्षा में उपस्थित होना और उच्च स्तर की परीक्षा के लिए इनमें से किसी भी या सभी भर्ती एजेंसियों पर लागू करने में सक्षम होगी। यह वास्तव में सभी उम्मीदवारों के लिए एक तरह से वरदान के रूप में साबित होगा।राष्ट्रीय भर्ती एजेंसी (NRA) का प्राथमिक उद्देश्य भारत के विभिन्न राज्यों, शहरों और जिलों में केंद्र सरकार की नौकरी के पदों की भर्ती के लिए एक ऑनलाइन कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट (CET) आयोजित करना है।

क्या NRA सभी सरकारी रिक्तियों के लिए एक परीक्षा आयोजित करेगा?

प्रारंभ में, यह ग्रुप बी और सी (गैर-तकनीकी) पदों के लिए स्क्रीन / शॉर्टलिस्ट उम्मीदवारों का आयोजन करेगा, जो वर्तमान में कर्मचारी चयन आयोग (SSC), रेलवे भर्ती बोर्ड (RRB) और इंस्टीट्यूट ऑफ बैंकिंग (IBPS) द्वारा आयोजित किए जा रहे हैं।बाद में, इसके अंतर्गत और परीक्षाएँ लाई जा सकती हैं।

तीन स्तरों के लिए आयोजित कराई जाएगी CET:

CET परीक्षा तीन स्तरों के लिए आयोजित की जाएगी: स्नातक, उच्च माध्यमिक (12 वीं पास) और मैट्रिक (10 वीं पास) उम्मीदवार। हालांकि, वर्तमान भर्ती एजेंसियां- IBPS, RRB और SSC - यथावत रहेंगी। NRA प्रथम-स्तरीय / Tier I परीक्षा का आयोजन करेगा जो अन्य कई चयनों के लिए पहला कदम है।CET स्कोर स्तर पर की गई स्क्रीनिंग के आधार पर, भर्ती के लिए अंतिम चयन परीक्षा के अलग-अलग विशिष्ट स्तरों (II, III, आदि) की परीक्षा संबंधित भर्ती एजेंसियों द्वारा आयोजित कि जाएगी।  आसान शब्दों में सबसे पहले उम्मीदवारों को CET परीक्षा देनी होगी जो उन्हें एक CET स्कोर देगा जिससे उम्मीदवार शॉट लिस्ट हो जाएंगे और बाद में इस CET स्कोर का प्रयोग संबंधित भर्ती एजेंसी रिक्रूटमेंट के लिए करेगी।CET के लिए पाठ्यक्रम कॉमन होगा। 

हर जिले में होगा एक परीक्षा केंद्र:

इंडियन एक्सप्रेस में प्रकाशित एक रिपोर्ट में बताया गया कि उम्मीदवारों के लिए इसे आसान बनाने के लिए, देश के प्रत्येक जिले में परीक्षा केंद्र स्थापित किए जाएंगे। 117 एस्पिरेशनल डिस्ट्रिक्ट्स में परीक्षा के बुनियादी ढांचे को बनाने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। सरकार का कहना है कि इस कदम से गरीब उम्मीदवारों को लाभ होगा क्योंकि वर्तमान प्रणाली में उन्हें कई एजेंसियों द्वारा आयोजित कई परीक्षा केंद्रों में उपस्थित होना पड़ता है। उन्हें परीक्षा शुल्क, यात्रा, बोर्डिंग, लॉजिंग और अन्य चीजों पर खर्च करना पड़ता है। एकल परीक्षा से ऐसे उम्मीदवारों पर वित्तीय बोझ कम होने की उम्मीद है।

CET स्कोर कब तक मान्य होगा?

परिणाम की घोषणा की तारीख से उम्मीदवार का CET स्कोर तीन साल की अवधि के लिए वैध होगा।यह उम्मीदवार के साथ-साथ व्यक्तिगत भर्ती एजेंसी को भी उपलब्ध कराया जाएगा। वैध स्कोर के सर्वश्रेष्ठ को उम्मीदवार का वर्तमान स्कोर माना जाएगा। जबकि CET में उपस्थित होने के लिए उम्मीदवार द्वारा किए जाने वाले प्रयासों की संख्या पर कोई प्रतिबंध नहीं होगा, यह ऊपरी आयु सीमा के अधीन होगा। हालांकि, ऊपरी आयु सीमा में छूट अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति / अन्य पिछड़ा वर्ग और अन्य श्रेणियों के उम्मीदवारों को सरकार की मौजूदा नीति के अनुसार दी जाएगी।

कितनी भाषाओं और क्या होगा CET का माध्यम? 

DoPT मंत्री जितेंद्र सिंह के अनुसार, CET परीक्षा ऑनलाइन माध्यम से कई भाषाओं में आयोजित कराई जाएगी, परीक्षा 12 भाषाओं में आयोजित की जाएगी जो भारत के संविधान की आठवीं अनुसूची में है।

वर्तमान भर्ती प्रक्रिया को मिलेगी गति:

सरकार का कहना है कि एक एकल पात्रता परीक्षा CET भर्ती चक्र को "काफी कम" करेगी। सूत्रों का कहना है कि कुछ विभागों ने भी किसी दूसरे स्तर के परीक्षण से दूर रहने और सीईटी स्कोर, शारीरिक परीक्षण और चिकित्सा परीक्षा के आधार पर भर्ती के साथ आगे बढ़ने के अपने इरादों का संकेत दिया है।

राज्यों को भी होगा फायदा:

केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने शनिवार को कहा कि सरकारी भर्ती के लिए उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट करने के लिए राष्ट्रीय भर्ती एजेंसी (एनआरए) द्वारा आयोजित की जाने वाली कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के स्कोर का लाभ उठाया जा सकता है।उन्होंने कहा कि भर्ती और खर्च में लगने वाले समय को बचाने के लिए राज्य और केंद्रशासित प्रदेशों की भर्ती एजेंसियों को वास्तव में मदद मिलेगी, वहीं सरकारी नौकरी के युवा उम्मीदवारों के लिए यह सुविधाजनक और किफायती भी होगा।आखिरकार यह एम्पलाई के साथ-साथ एंपलॉयर्स दोनों के लिए विन-विन अरेंजमेंट साबित हो सकता है।