जानें क्या है दिल्ली सरकार की लाडली योजना जिसके तहत लड़कियों को उनके जन्म से लेकर शिक्षा तक मिलेगी वित्तीय सहायता

By Career Keeda | Jun 30, 2020

देश की राजधानी दिल्ली में लड़कियों को आगे बढ़ाने, पुरुष-महिला लिंगानुपात को बढ़ाने और उनके जन्म से लेकर उनकी पढ़ाई तक विभिन्न चरणों में चरणबद्ध तरीके से वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए दिल्ली सरकार ने लाड़ली योजना की शुरुआत की थी। जिसके चलते हर साल दिल्ली की लाखों बेटियों को दिल्ली सरकार आर्थिक मदद पहुंचा रही हैं। 

दिल्ली सरकार ने कोरोना वायरस महामारी के कारण लाडली योजना, विधवाओं की बेटियों और अनाथ लड़कियों की शादी के लिए मुहैया किए जाने वाली वित्तीय मदद का लाभ लेने के लिए फॉर्म भरने की तारीख बढ़ा दी है। महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा 26 जून को जारी आदेश में कहा गया कि दोनों योजनाओं में आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 31 अगस्त तक बढ़ा दी गई है।

क्या है लाड़ली योजना? 
लड़कियों के साथ भेदभाव खत्म करने के उद्देश्य से दिल्ली सरकार ने साल 2008 से ही लाड़ली स्कीम शुरू की थी। लाडली स्कीम के तहत बच्चों को कुल 35,000 से 36,000 रुपये की सरकारी मदद चरणबद्ध तरीके से मिलती है, जो बच्ची के 18 साल के होने तक बैंक में जमा रहती है।
 
लड़कियों की सुरक्षा और समाज में लड़की के महत्व के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए लाडली स्कीम की शुरुआत की गयी हैं। बच्चियों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाना भी लाडली स्कीम का उद्देश्य है। लाडली योजना की मदद से दिल्ली में विशेष रूप से लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा देने में भी मदद मिली है।

लाडली योजना की कुछ मुख्य विशेषताएं :

1. लिंगानुपात में वृद्धि : दिल्ली में लड़कियों की संख्या लड़कों की तुलना में काफी कम है। दिल्ली राज्य सरकार द्वारा उठाए गए इस कदम के माध्यम से समाज में लड़कियों के महत्व के बारे में लोगों को जागरूक किया जाएगा और इससे लिंग के अनुपात में वृद्धि होगी।

2. छोटी बच्चियों का भविष्य सुरक्षित करना : केवल पैसा ही लड़कियों को मजबूत नींव नहीं देता है, लेकिन उन्हें बेहतर शिक्षा प्रदान करना भी जरुरी है। यह योजना लोगों को अपनी बेटियों को स्कूल भेजने के लिए प्रेरित करेगी। योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए उनका नियमित रूप से स्कूल जाना जरुरी है।

3. एक परिवार से 2 लड़कियां : पिछड़े वर्ग को ज्यादा से ज्यादा इस योजना का लाभ मिला इसके लिए राज्य सरकार ने यह फैसला किया है कि प्रत्येक परिवार से अधिकतम 2 लड़कियों को इस योजना में पंजीकृत होने की अनुमति है। 2 से ज्यादा लडकियाँ इसके लिए पंजीकृत नहीं हो सकती है।

योजना के अंतर्गत मिलने वाली वित्तीय सहायता

1. बच्ची के जन्म के लिए : यदि बच्ची का जन्म अस्पताल या किसी अन्य मेडिकल संसथान में होता है, तो उन्हें इसके लिए 11,000 रुपए की वित्तीय सहायता दी जाएगी। वहीं अगर उसका जन्म घर या किसी अन्य जगह पर होता है, तो उसके लिए उसे 10,000 रुपये की वित्तीय सहायता दी जाएगी।

2. बच्ची की पढ़ाई के खर्च के लिए : इसके अलावा छात्राओं के स्कूली और अकेडमिक वर्षों के दौरान राज्य सरकार द्वारा 5 किस्तों में भी वित्तीय सहायता दी जाएगी, जोकि सीधी आवेदक के SBI खाते में डाली जाएगी। सभी डिपॉजिट की हुई क़िस्त की राशि 5-5 हजार रुपये की होगी। ये राशियां पहली, चौथी और 9वीं कक्षा में प्रवेश लेने के दौरान, 10वीं कक्षा में पास करने के बाद और 12वीं कक्षा में प्रवेश लेने के दौरान दी जाएगी।
नोट : छात्रा की स्कूली शिक्षा के दौरान राज्य सरकार द्वारा दी जाने वाली राशि छात्रा को उनके 18 साल की उम्र से पहले नहीं दी जाएगी।

स्कीम के लिए योग्यता
1. आवेदक दिल्ली का निवासी होना चाहिए।
2. बच्ची के परिवार की सालाना आय 1 लाख रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए।
3. लाडली स्कीम का लाभ परिवार में दो लड़कियों के जन्म पर ही मिल सकता है।
4. बच्ची जिस स्कूल में पढ़ती है, उसे दिल्ली सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त होनी चाहिए।

स्कीम के लिए आवेदन हेतु जरूरी कागजात
1. दिल्ली में तीन साल से रहने का प्रमाण (राशन कार्ड, बिजली/पानी के बिल आदि)।
2. बच्ची के माता-पिता का आय प्रमाण पत्र।
3. बालिका का जन्म प्रमाण पत्र (बर्थ सर्टिफिकेट)। 
4. बच्ची के परिवार की फोटो, आवेदक का जाति प्रमाण पत्र (ST/ST के मामले में)।
5. बच्ची और माता-पिता दोनों का आधार कार्ड।

कब कराना होता है आवेदन?
अगर बच्ची ने स्कूल जाना शुरू कर दिया है तो स्कूल में एडमिशन के 90 दिन के अंदर आवेदन करना जरूरी है। अगर बच्ची पैदा हुई है तो एक साल के अंदर लाडली योजना का लाभ पाने के लिए आवेदन किया जा सकता है।

कैसे करें आवेदन?
1. इस योजना का फार्म प्राप्त करने के लिए बच्ची के माता-पिता या अभिभावक इस लिंक पर http://www.wcddel.in/pdf/LadliFormOctpdf पर क्लिक करें, इस पर क्लिक करते ही उनके सामने पीडीएफ के रूप में आवेदन पत्र दिखाई देगा, उसमें पूछी गई जानकारी को ठीक से भरें और सबमिट कर दें या फिर अभिभावक उस फॉर्म को को डाउनलोड कर प्रिंट निकाल कर भर के SBI बैंक की शाखा में जाकर भी जमा कर सकते है है।

2. इसके अलावा यदि आप ऑफ़लाइन माध्यम से फॉर्म प्राप्त करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको भारतीय स्टेट बैंक की किसी ब्रांच से संपर्क करना होगा। वहाँ से आप इसके लिए आवेदन फॉर्म प्राप्त कर सकते हैं।

3. इसके बाद आप फॉर्म के साथ सभी आवश्यक दस्तावेजों को अटैच कर फॉर्म जमा कर दें।

कब निकाली जा सकती है जमा हुई राशि?
बच्ची के 18 साल के होने, 10 वीं की परीक्षा पास करने या 12 वीं कक्षा में एडमिशन के बाद इस राशि को निकाला जा सकता है। 18 साल का होने तक उसके बैंक खाते में जमा राशि का प्रबंधन SBI लाइफ इंश्योरेंस कंपनी करती है।

मेच्योरिटी क्लैम प्रक्रिया
इस योजना के दिशानिर्देशों के अनुसार, लड़की के 18 साल की उम्र के हो जाने के बाद पूरी मेच्योरिटी की राशि उसे ही दी जाएगी। ऐसा होने पर लड़की के SBI खाते से कुल राशि निकालने का अधिकार उस लड़की को ही मिलेगा। इसके अलावा यदि उसने 10वीं कक्षा को नियमित रूप से पास किया हो या फिर जब उसने 12वीं कक्षा में प्रवेश लिया हो, तब भी वह पैसे प्राप्त करने के लिए सक्षम होगी। 

इससे उनके भविष्य को सुरक्षित रखने में मदद मिलेगी। इस योजना के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए उम्मीदवार विभाग के कार्यालय भी जा सकते हैं और वहाँ संबंधित अधिकारियों से इस बारे में बातचीत भी कर सकते हैं।

लाडली योजना का लाभ पाने के लिए किससे और कहां संपर्क करें
1. आप भारतीय स्टेट बैंक से संपर्क कर सकते हैं।
2. सरकारी या मान्यता प्राप्त स्कूल से संपर्क करें।
3. सामाजिक कल्याण विभाग के कार्यालय से संपर्क करें।
4. लाडली योजना के बारे में किसी प्रकार की जानकारी या पूछताछ के लिए आप टोल फ्री नंबर 180-022-9090 से संपर्क करें।
5. आप लाडली योजना के बारे में दिल्ली सरकार के अतिरिक्त निदेशक से 011-23381892 इस नंबर पर भी जानकारी ले सकते हैं।