जानें क्या होता है सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान और कैसे इसमें कम निवेश से मिलेगा ज्यादा लाभ?

By Career Keeda | May 30, 2020

क्या है सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान?

सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) आपके वित्तीय लक्ष्यों को पूरा करने का एक सरल, सुविधाजनक और अनुशासित तरीका है।  SIP म्यूचुअल फंड में निवेश करने का एक तरीका है, जिसमें एक निवेशक म्यूचुअल फंड स्कीम चुनता है और निश्चित अंतराल पर अपनी पसंद की एक निश्चित राशि उसमें निवेश करता है।SIP निवेश योजना एक बार में एक बड़ी राशि निवेश करने के बजाय एक छोटी राशि का निवेश करने के बारे में है, जिसके परिणामस्वरूप आपको उच्च रिटर्न मिलता है।

कैसे काम करता है SIP?

म्यूचुअल फंड और अन्य निवेश कंपनियां निवेशकों को विभिन्न प्रकार के निवेश विकल्प प्रदान करती हैं, जिनमें सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान भी शामिल हैं।SIP निवेशकों को एक साथ बड़ी राशि को निवेश करने के बजाए लंबी अवधि में छोटी रकम का निवेश करने का मौका देता है। SIP के जरिए आपका यह निवेश साप्ताहिक, मासिक या त्रैमासिक (3 महीने में एक बार) हो सकता है। यह आप पर निर्भर करता है कि कब आप अपने म्यूचुअल फंड में कब निवेश करना चाहते है।SIP में निवेश का सिद्धांत सरल है। यह फंड या अन्य निवेश की प्रतिभूतियों के शेयरों या इकाइयों की नियमित और आवधिक खरीद पर काम करता है।

भारत में SIP योजना में हर निवेश के साथ, बाजार दर के आधार पर आपके खाते में अतिरिक्त इकाइयां (यूनिट) जोड़ी जाती हैं। हर निवेश के साथ, पुनर्निवेश की जाने वाली राशि बड़ी होती है, इसलिए उन निवेशों पर प्रतिफल मिलता है। यह निवेशक के विवेक पर निर्भर करता है कि वह रिटर्न SIP कार्यकाल के अंत में लेता है या पीरियोडिक इंटरवल पर।

कैसे करें SIP में निवेश?

1. निवेश लक्ष्य निर्धारित करें:प्रत्येक म्यूचुअल फंड का एक विशिष्ट लक्ष्य और उद्देश्य होता है। आपको अपनी आवश्यकताओं के अनुरूप एक को चुनना होगा।

2. अपनी व्यक्तिगत जरूरतों के आधार पर एक सूचित निर्णय लें और फिर आप जिस म्यूचुअल फंड में निवेश करना चाहते हैं, उसके लिए एक सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान चुनें।

3. एक महत्वपूर्ण बात यह है कि आपको निवेश करने से पहले अपने KYC दस्तावेजों को भरना होगा।

कब और कितना करें निवेश?

जब निवेश की बात आती है तो एक अच्छी टाइमिंग जैसा कुछ नहीं होता। उस निवेश से आपको क्या चाहिए, वह ज्यादा महत्वपूर्ण है। इसलिए, कोई उपयुक्त समय सीमा नहीं है, जिसके भीतर एक निवेशक को SIP के जरिए निवेश शुरू करना चाहिए, जितनी जल्दी हो सके उतना ही बेहतर है। एक SIP निवेश में आप अपने निवेश के रूप में 500 रुपये से शुरू कर सकते हैं, फिर आपके ऊपर निर्भर करता है कि आप इसमें और कितना अधिक निवेश करना चाहते हैं।

SIP में निवेश करने के फायदे

1. पावर ऑफ कंपाउंडिंग :
चक्रवृद्धि ब्याज के मूल सिद्धांत का तात्पर्य है कि लंबी अवधि में निवेश की गई छोटी राशि से एक बार के निवेश की तुलना में बड़ा रिटर्न होगा।

2. शुरुआत महज 500 रुपये से करें :
आप SIP के माध्यम से म्यूचुअल फंड में 500 रुपये की कम राशि के साथ निवेश करना शुरू कर सकते हैं, फिर भी आपकी बजट योजना पर बोझ महसूस नहीं होगा। आम तौर पर समय की अवधि में आप अपनी मासिक किस्तों को 15% तक बढ़ा सकते हैं।

3. रुपए की लागत का लाभ :
इक्विटी मार्केट प्रकृति में अस्थिर है और जब आप SIP निवेश करते हैं, तो जब बाजार कम होगा तब आप अधिक संख्या में यूनिट खरीदेंगे और जब बाजार ज्यादा होगा तो कम संख्या में यूनिट खरीदेंगे, जिसके परिणामस्वरूप आप प्रति यूनिट लागत में कमी करेंगे।

4. एक अनुशासित निवेशक बनें :
एक SIP निवेश आपको अपने वित्त के प्रबंधन के मामलों में अधिक अनुशासित बना देगा। स्वचालित भुगतान के विकल्प के साथ, आपको हर महीने भुगतान करना याद नहीं रखना होगा।