जानें BPO और KPO में क्या है अंतर और कैसे बनाएं इसमें अपना करियर

By Career Keeda | Mar 24, 2021

आज के समय में अधिकतर युवा BPO या KPO में करियर की तरफ आकर्षित हैं। भारत में KPO और BPO में करियर के विभिन्न विकल्प उपलब्ध हैं। हालांकि, बहुत से लोगों को BPO और KPO के बीच अंतर नहीं मालूम होता है और वे इस दुविधा में रहते हैं कि दोनों में से किस में अपना करियर बनाएं।  अगर आप भी इस क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हैं तो आज के इस लेख में हम आपको BPO और KPO के बीच अंतर और करियर के बारे में जानकारी दने जा रहे हैं -

BPO क्या है?
BPO या बिजनेस प्रोसेस आउटसोर्सिंग, आउटसोर्सिंग की एक शाखा है। इसमें किसी भी फ़ंक्शन / सेगमेंट / प्रोसेस को थर्ड पार्टी सर्विस प्रोवाइडर को अनुबंधित करना शामिल है। मोटे तौर पर इसे बैक ऑफिस और फ्रंट ऑफिस आउटसोर्सिंग में वर्गीकृत किया जा सकता है। बैक ऑफिस आउटसोर्सिंग में कंटेंट राइटिंग, अकाउंटिंग, फाइनेंस या एचआर जैसे व्यावसायिक कार्य शामिल हैं। फ्रंट ऑफिस आउटसोर्सिंग में ग्राहक से संबंधित सेवाएं जैसे संपर्क / कॉल सेंटर सेवाएं शामिल हैं। 

KPO क्या है?
KPO या  नॉलेज प्रोसेस आउटसोर्सिंग में किसी क्षेत्र के विशेषज्ञ के रूप में सेवा प्रदान की जाती है। KPO में रिसर्च एंड डेवलपमेंट, बिजनेस एंड मार्केट रिसर्च, नेटवर्क मैनेजमेंट और मेडिकल सर्विसेज आदि जैसे विकल्प मौजूद हैं।  

कैसे बनाएं इस सेक्टर में अपना करियर? 
BPO में जाने के लिए आपको अन्य क्षेत्रों की तरह बहुत योग्य या अनुभवी पेशेवर होने की आवश्यकता नहीं है। आप सीधे स्कूल या कॉलेज के बाद BPO में अपना करियर शुरू कर सकते हैं। BPO में आपको शिफ्टों में काम करना पड़ेगा। इस क्षेत्र में चुनौती यह है कि इसके लिए आपको त्वरित सीखने और पेशेवर होने की आवश्यकता होती है। यदि आपके पास अच्छे कम्युनिकेशन स्किल कौशल हैं, तो आप कस्टमर सर्विसिंग की नौकरी से शुरुआत कर सकते हैं जो आपको अच्छा वेतन दे सकती है। यदि आप तकनीकी रूप से सूचना प्रौद्योगिकी में योग्य हैं और तकनीकी क्षेत्र में कौशल रखते हैं, तो आप तकनीकी सहायता पेशेवरों के साक्षात्कार के लिए उपस्थित होने का प्रयास कर सकते हैं।

आमतौर पर BPO सेक्टर में डाटा एंट्री, प्रॉसेसिंग, टेक्निकल सपोर्ट जैसी सेवाएं शामिल हैं। वहीं, KPO (नॉलेज प्रॉसेस आउटसोर्सिंग) में ढेर सारे विकल्प हैं, जैसे रिसर्च एंड डेवलपमेंट, बिजनेस एंड मार्केट रिसर्च, नेटवर्क मैनेजमेंट, मेडिकल सर्विसेज आदि। KPO में जाने के लिए जहां खास पढ़ाई की जरूरत होती है, वहीं BPO में बुनियादी पढ़ाई से भी काम चल जाता है।

वेतन 
BPO सेक्टर में नौकरी की शुरुआत में आपको 9000 रूपए से लेकर 15000 रूपए प्रति माह तक का वेतन मिल सकता है। समय के साथ और अनुभव बढ़ने पर वेतन में भी इजाफा होता है। इसके साथ ही BPO में काम करते हुए आपको विदेश में भी काम करने का अवसर प्राप्त हो सकता है।