एक्यूप्रेशर थेरेपी के क्षेत्र में हैं करियर के शानदार अवसर, जानें कैसे बनें एक्यूप्रेशर थेरेपिस्ट

By Career Keeda | Feb 02, 2021

भारत में एक्यूप्रेशर एक उभरता हुआ क्षेत्र है। आजकल की व्यस्त और खराब जीवनशैली के कारण बहुत सी बीमारियां आम हो गई हैं। आजकल लोग इलाज के लिए दवाइयों से ज़्यादा थेरेपी पर अधिक भरोसा करते हैं, जिससे इस क्षेत्र में निकट भविष्य में रोजगार बढ़ने की संभावना अधिक है। आजकल विभिन्न कंपनियों एक्यूप्रेशर में प्रशिक्षित अभ्यर्थियों को काम पर रखा जा रहा है। एक्यूप्रेशर थेरेपी में प्रशिक्षित अभ्यार्थियों की मांग हॉस्टिपल, होटल, स्पा और अन्य हॉस्पिटैलिटी कंपनियों में बहुत अधिक है। आज के इस लेख में हम आपको बताएंगे कि आप एक्यूप्रेशर थेरेपी में करियर कैसे बना सकते हैं -

क्या है एक्यूप्रेशर थेरेपी
एक्यूप्रेशर एक पारंपरिक चीनी औषधीय चिकित्सा है जिसमें शरीर की समस्याओं के लक्षणों को कम करने के लिए विशिष्ट बिंदुओं (एक्यूपॉइंटस) पर दबाव डालना शामिल है। एक्यूप्रेशर थेरपी एक प्रशिक्षित चिकित्सक / एक्यूप्रेशर थेरेपिस्ट द्वारा की जाती है। एक एक्यूप्रेशर थेरेपिस्ट का मुख्य काम शरीर के विभिन्न बिन्दुओं पर दबाव डालकर रोगी को दर्द से मुक्ति दिलाता है। एक एक्यूप्रेशर थेरेपिस्ट अपने काम के दौरान किसी भी तरह की दवाई का प्रयोग नहीं करता और ना ही एक्यूपंचर थेरेपिस्ट की तरह सुई का इस्तेमाल करता है। वह रोगी का इलाज करने के लिए शरीर के किसी खास प्वाइंट पर उंगली की मदद से प्रेशर डालता है जिससे शरीर में रक्त का प्रवाह बेहतर होता है और धीरे−धीरे शरीर के उस हिस्से का दर्द कम हो जाता है।

एक्यूप्रेशर थेरेपी का इस्तेमाल 
एक्यूप्रेशर की मदद से कई स्वास्थ्य रोगों जैसे सिरदर्द, माइग्रेन, तनाव, पीठ दर्द, रक्तचाप, सर्दी, मधुमेह, आँखों की समस्याओं, जोड़ों के दर्द, स्पोंडिलिटिस, ऑस्टियोआर्थराइटिस, स्लिप डिस्क, मांसपेशियों की समस्याओं और एथलेटिक्स या खेल के कारण होने वाली कई अन्य असुविधाओं को ठीक किया जाता है।

एक्यूप्रेशर में कैरियर
एक्यूप्रेशर में करियर बनाने के लिए आप 10+2 के बाद एक्यूप्रेशर में डिप्लोमा और ग्रेजुएशन कर सकते हैं। इसके बाद आप एक्यूप्रेशर में मास्टर कोर्स कर सकते हैं। आजकल कुछ संस्थान एक्यूप्रेशर में सर्टिफिकेट कोर्स भी चलाते हैं। 

एक्यूप्रेशर थेरेपिस्ट बनने के लिए जरूरी कौशल 
एक बेहतरीन एक्यूप्रेशर थेरेपिस्ट को सबसे पहले तो सिर से लेकर पैर तक शरीर में मौजूद विभिन्न प्वाइंट्स के बारे में सही तरह से जानकारी होनी चाहिए। उसे यह मालूम होना चाहिए कि शरीर के किस बिन्दु पर दबाव देने से आपके शरीर का कौन सा हिस्सा प्रभावित होता है। आपको बता दें कि एक्यूप्रेशर में शरीर में लगभग 1000 प्वाइंट्स के बारे में बताया गया है। एक एक्यूप्रेशर थेरेपिस्ट को इन सभी प्वाइंट्स के बारे में पर्याप्त रूप से जानकारी होनी चाहिए। इसके अतिरिक्त आपमें अपने कार्य के प्रति लगन, ईमानदारी, धैर्य व संवेदनशीलता जैसे गुणों का होना भी बेहद आवश्यक है, तभी आप इस क्षेत्र में सफलता प्राप्त कर सकते हैं।

कहाँ मिलेगी नौकरी 
एक्यूप्रेशर थेरेपी में सर्टिफिकेट या डिग्री कोर्स पूरा करने के बाद आपको विभिन्न स्पा, क्लीनिक्स, वेलनेस सेंटर, स्पोर्ट्स सेंटर, हॉस्पिटल आदि में जॉब मिल सकती है। इसके अलावा कुछ अनुभव के बाद आप खुद का क्लीनिक भी खोल सकते हैं।

सैलरी 
एक्यूप्रेशर थेरेपिस्ट को सैलरी, क्षेत्र, स्थान, अनुभव के वर्षों और विभिन्न अन्य चीज़ों के आधार पर अलग-अलग मिल सकती है। शुरुआत में एक जूनियर एक्यूप्रेशर थेरेपिस्ट आसानी से 25 से 30 हजार रूपए प्रतिमाह कमा सकते हैं। समय के साथ अनुभव बढ़ने पर आपकी सैलरी बढ़कर 70  से 80 हज़ार तक भी हो सकती है।

एक्यूप्रेशर थेरेपी के लिए प्रमुख संस्थान-

एक्यूप्रेशर हेल्थ मार्ट, विभिन्न केन्द्र

नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एक्यूप्रेशर रिसर्च, ट्रेनिंग एंड ट्रीटमेंट, चंडीगढ़

सुजोक एक्यूपंक्चर और एक्यूप्रेशर, नई दिल्ली

एक्यूप्रेशर रिसर्च, ट्रेनिंग एंड ट्रीटमेंट संस्थान, इलाहाबाद

उत्तरांचल इंस्टीट्यूट एक्यूप्रेशर और अल्टरनेटिव मेडिसिन, देहरादून

एक्यूपंक्चर कैम थेरेपी इंस्टीट्यूट, देहरादून

एक्यूप्रेशर हेल्थ केयर इंडिया, रायपुर  

एक्यूप्रेशर संस्थान, जोधपुर