इन 5 जॉब में लड़कियां बना सकती हैं अपना सफल करियर, अच्छी सैलरी के साथ मिलेगा जॉब सेटिस्फेक्शन

By Career Keeda | Jun 02, 2020

आज महिलाएं और पुरुष जीवन के हर क्षेत्र में हाथ बंटा रहे हैं। आज हमारी देश की बेटियां घर की चार-दीवारी तक सीमित नहीं रह गईं, वह अपने पैरों पर खड़ा होना सीख रही हैं। उचित शिक्षा और संचार के साथ-साथ आधुनिक प्रौद्योगिकी के आगमन ने हर महिला को अपनी आकांक्षा और सपनों को जीने के लिए पर्याप्त स्थान दिया है। पहले की तरह अब हमारी बेटियां दूसरों पर अपने करियर को लेकर निर्भर नहीं रहती हैं।

आज की मॉडर्न लड़कियों को पहले से ही यह क्लियर होता है कि उन्हें किस क्षेत्र में अपना करियर बनाना है और कैसे उसके लिए पढ़ाई करनी है, यह सब वो अपने माता-पिता से पहले सोच कर बैठी होती हैं। वैसे तो ऐसी बहुत-सी फील्ड है जिसमें लड़कियों ने लड़कों को पछाड़ दिया है। लेकिन फिर भी कुछ क्षेत्र ऐसे हैं, जिन्हें लड़कियां एक कैरियर की दृष्टि से उन्हें खूब पसंद करती हैं। आइए जानते हैं 5 ऐसे  करियर ऑप्शन जिसमें लड़कियां अपनी एजुकेशन, क्रिएटिविटी, नेचर, पर्सनालिटी और हार्डवर्क से अपने करियर की एक शानदार शुरुआत कर सकती हैं।

1. पब्लिक रिलेशन :
पब्लिक रिलेशन या पीआर एक ऐसी फील्ड है, जिसमें अच्छी कम्युनिकेशन स्किल्स की सबसे ज्यादा जरूरत होती है। अगर आपकी पर्सनैलिटी में ये गुण है तो पीआर में एक अच्छा करियर बना सकती है। इस नौकरी के लिए एक्सटोवर्ट नेचर, लोगों को कनविंस करने की क्षमता भी होनी चाहिए। इसके लिए आप 12 वीं के बाद या ग्रेजुएशन के बाद पीआर या पीआर और एडवरटाइजिंग में डिग्री कोर्स कर सकती है। आजकल हर कंपनी में पीआर के लिए जॉब होती है। इसके अलावा आप तमाम सरकारी डिपार्टमेंट में भी पीआर के लिए अपलाई कर सकती हैं। इस जॉब के बाद सालाना पैकेज लाखों में मिलता है।

2. एडवरटाइजिंग :
एडवरटाइजिंग एक क्रियेटिव फील्ड है, जिसमें एड के कॉन्सेप्ट, रिसर्च, स्क्रिप्टिंग, डायरेक्शन से लेकर मार्केट में लॉन्चिंग तक सब शामिल हैं। आजकल हर बिजनेस और सर्विस अपने प्रोडक्ट को कंज्यूमर तक लाना चाहती है। सेल बढ़ाने के लिए उसे फेमस भी करना चाहती है और यही काम एक एडवरटाइजिंग कंपनी करती है। अब एडवरटाइजिंग इंडस्ट्री सिर्फ प्रिंट, टीवी या रेडियो तक सीमित नहीं है। डिजिटल वर्ल्ड में ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर एडवरटाइजिंग का स्कोप बहुत बढ़ गया है।
 
इस फील्ड में कॉपीराइट, ग्राफिक डिजाइनर, फोटोग्राफर, क्लाइंट सर्विसिंग, मार्केट रिसर्च और मीडिया प्लानिंग से जुड़ी कई अच्छे ऑप्शन है जिसमें आप काम कर सकते आप काम कर सकते हैं। एडवरटिंग का कोर्स करने के बाद शुरुआत में हर महीने 20-25 हजार की सैलरी मिल जाती है, बाद में अच्छा काम करने और एक्सपीरिएंस के आधार पर काफी अच्छे पैसे मिलते हैं।

उपलब्ध कोर्स :
- बीए एडवरटाइजिंग और ब्रांड प्रबंधन
- बीए एडवरटाइजिंग और पीआर
- एडवरटाइजिंग में पोस्ट ग्रेजुएट
- एडवरटाइजिंग में डिप्लोमाडिप्लोमा

कोर्स कहां से करें :
- इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेशन, नई दिल्ली
- द करेंसी इंस्टीट्यूट ऑफ कम्युनिकेशन, अहमदाबाद
- भारतीय विद्या भवन, नई दिल्ली
- जामिया मिलिया इस्लामिया, नई दिल्ली
- इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ डिज़ायन

3. एयर होस्टेस:
एयर होस्टेस या केबिन क्रू एविएशन इंडस्ट्री के प्राइम जॉब्स में आता है। एयरहोस्टेस की नौकरी भी लड़कियों के लिए एक अच्छा करियर विकल्प है। खासकर वे लड़कियां जिनकी पर्सनैलिटी अट्रेक्टिव हो, लैंग्वेज पर पकड़ हो उनके लिए एयर होस्टेस की जॉब बेहतरीन च्वॉइस हो सकती है। एयर होस्टेस के जॉब को भी काफी ग्लैमरस माना जाता है।
 
एयर होस्टेस का काम पैसेंजर्स की सेवा, उन्हें कंफर्ट देना और सेफ्टी का ध्यान रखना है। तेजी से बढ़ती एविएशन इंडस्ट्री में एयर होस्टेस की डिमांड लगातार बढ़ रही है। कोई भी स्ट्रीम से 12 वीं करने के बाद करने के बाद आप एयर होस्टेस का कोर्स कर सकते है। इस प्रोफाइल के लिए आयु सीमा 17 से 26 साल है, साथ में महिला कैंडिडेट की लंबाई 5 फुट और 2 इंच होनी चाहिए। इस कोर्स को करने के लिए आप ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट में डायरेक्ट एडमिशन ले सकते हैं और उसके बाद एयरलाइंस में जॉब के लिए अप्लाई कर सकते हैं। एयर होस्टेस की सैलरी शुरू में 20-25 हजार तक होती है और अंतरराष्ट्रीय एयर होस्टेस की सैलरी और ज्यादा होती है।

कोर्स कहां से करें :
- फ्रेंकलिन इंस्टीट्यूट ऑफ एयर होस्टेस
- जेट एयरवेज प्रशिक्षण एकेडेमी
- यूनिवर्सल एविशन एकेडेमी
- द बॉम्बे फ्लाइंग क्लब कॉलेज ऑफ एविशन

4. एचआर :
बीते कुछ वर्षों में एचआर जॉब का नेचर ऐसा हो गया है कि यह ना सिर्फ लड़कों के लिए ही नहीं अपितु महिलाओं को खास तौर पर सूट कर रही है, इसीलिए अब बड़ी बड़ी कंपनियों में एचआर का रोल महिलाओं के पास है।आजकल हर छोटी बड़ी कंपनी में एचआर का जॉब प्रोफाइल होता है और ये फील्ड तेजी से बढ़ भी रही है। वास्तव में एचआर का प्रोफाइल मेनली  कॉपरेटिव कंपनियों में होता है जहां पर 9 से 5 की नौकरी होती है और ज्यादातर वीकेंड पर छुट्टी होती है।
 
इस जॉब में रिसपेक्ट और पॉवर दोनों है, साथ ही सैलरी भी अच्छी होने की वजह से महिलाओं को एचआर का जॉब पसंद आता है।किसी भी ऑर्गेनाइजेशन में एचआर का काम वहाँ काम करने के लिए अच्छे लोगों को रिक्रूट करना और कंपनी ग्रोथ पर काम करना है। एचआर कंपनी में काम करने वाले लोगों के लिए नीति बनाता है और कंपनी के ह्यूमन रिसोर्सेज को मैनेज करता है।

क्वालिफिकेशन- एचआर के लिए सबसे अच्छे डिग्री एमबीए इन एचआर है। एमबीए एक मास्टर डिग्री है और इसके लिए ग्रेजुएट होना जरूरी है। इसके अलावा कुछ डिग्री और ग्रेजुएशन लेवल पर भी है। एमबीए के लिए भारतीय इंस्टीट्यूट ऑफ मैनजमेंट (आईआईएम) से एचआर में डिग्री ली जा सकती है। आईआईएम से एमबीए की डिग्री करने के बाद सैलरी लाखों में होती है।

5. टीचिंग :
टीचिंग का जॉब भले ही पुराना प्रोफेशन हो लेकिन आजकल के टाइम में बहुत ज्यादा रिसपेक्टफुल और रेपुटेड वर्क माना जाता है। टीचिंग की नौकरी आज भी महिलाओं की सबसे पसंदीदा नौकरी हैं। युवा लड़कियां भी टीचिंग लाइन में जाने की प्लानिंग करती हैं तो उसके पीछे की खास वजह इस नौकरी में मिलने वाली सुविधाएं हैं। सबसे पहले तो टीचर बनने के लिए कई लेवल हैं और आप अपनी क्वालिफिकेशन के आधार पर नौकरी के लिए अपलाई कर सकती हैं। दूसरा टीचिंग की जॉब में काम करने के फिक्स घंटे होते है।
 
वीकेंड के अलावा सभी सरकारी और दूसरी बड़ी समितियां भी मिलती हैं। टीचिंग ही बस एक ऐसा जॉब है जिसमें समर और विंटर वैकेशन होता है। इन सभी के अलावा अब इस नौकरी में सैलरी भी बहुत अच्छी मिलती है। महिलाएं टीचिंग के जॉब को इसीलिए प्रेफरेंस देती हैं कि वो इसमें अपनी प्रोफेशनल और पर्सनल लाइफ दोनों को अच्छी तरह से मैनेज कर पाती हैं।

क्वालिफिकेशन- टीचिंग लाइन में प्राइमरी, टीजीटी, पीजीटी, अस्सिटेंट प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर और प्रोफेसर जैसे प्रोफाइल होते हैं और इनके लिए अलग अलग क्वालिफिकेशन की जरूरत होती है।

प्राइमरी लेवल पर पढ़ाने के लिए बीएड, बीकॉम या एनटीटी का एग्जाम पास करना जरुरी है। गवर्नमेंट वेकेंसीज के लिए इन कोर्स में और आपकी बाकी एजुकेशन के बेसिस पर मेरिट पर सलेक्शन होता है या कहीं टेस्ट के जरिये भर्ती होती है। हाईस्कुल लेवल पर सरकारी टीचर बनने के लिए ग्रेजुएशन के साथ साथ बीएड कोर्स जरूरी है।
 
अस्सिटेंट प्रोफेसर के लिए मास्टर डिग्री के साथ नेट (नेशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट) पास करना जरूरी है। नेट का टेस्ट यूजूसी वर्ष में दो बार कराती है। इस टेस्ट को निकालने के बाद अस्सिटेंट प्रोफेसर के लिए टेस्ट या सीधे इंटरव्यू के आधार पर सलेक्शन होता है।

प्रोफेसर की पोस्ट के लिए पीएचडी होना जरूरी है। प्रोफेसर के लिए डायरेक्ट इंटरव्यू होते हैं और कई बार ऑर्गेनाइजेशन में असिस्टेंड प्रोफेसर और एसोसिएट प्रोफेसर एक्सपीरिएंस और प्रमोशन के आधार पर भी प्रोफेसर अपॉइंट किए जाते हैं।