क्या इस बार देर से होगी 10वीं और 12वीं सीबीएसई बोर्ड परीक्षा? यहाँ पढ़ें पूरी जानकारी

By Career Keeda | Dec 10, 2020

कोरोना संकट के कारण इस साल देश के सभी स्कूलों में ऑनलाइन क्लासेज़ चलाई जा रही हैं। वहीं, कई स्कूलों का कहना है कि शैक्षणिक सत्र देर से शुरू होने के कारण सिलेबस पूरा नहीं हो पाया है। ऐसे में अब संभावना है कि केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) बोर्ड की परीक्षाएं जनवरी-फरवरी 2021 की बजाय मई 2021 में आयोजित की जा सकती हैं। हाल ही में शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने बोर्ड के सदस्यों, विभिन्न स्कूलों के शिक्षकों और छात्रों से बोर्ड परीक्षा आयोजित कराने के संबंध में आपत्तियां मांगी थी। जिसमें अधिकतर टीचर्स और छात्र मई में परीक्षा कराने के पक्ष में हैं। अधिकतर टीचर्स और छात्रों का कहना है कि इस बार बोर्ड की परीक्षा जनवरी-फरवरी के बजाय मई में होनी चाहिए। आपको बता दें कि हाल ही में गुजरात और महाराष्ट्र सरकार ने फरवरी-मार्च में आयोजित होने वाली 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा को मई में कराने की घोषणा की है। जिसके बाद टीचर्स, छात्रों और अभिभावकों को उम्मीद है कि CBSE भी बोर्ड परीक्षा मई में आयोजित करने की घोषणा कर सकता है। 

टीचर्स ने कही यह बात  
अधिकतर टीचर्स का कहना है कि कोरोना महामारी के कारण 10वीं और 12वीं की कक्षाएं नहीं चलने की वजह से कोर्स पूरा नहीं हो पाया है। इसके साथ ही स्कूल बंद होने वजह से प्रैक्टिकल की कक्षाएं भी नहीं चल सकी है। ऐसे में छात्र बिना प्रैक्टिकल के एग्जाम कैसे देंगे? 
 

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इन कारणों से पोस्टपोन हो सकती है बोर्ड परीक्षा
गौरतलब है कि कोरोना महामारी के कारण मार्च से ही सीबीएसई बोर्ड की 10वीं और 12वीं की कक्षाएं नहीं चल रही हैं। जिसकी वजह से छात्रों का कोर्स नहीं पूरा हुआ है। कोरोना वायरस संक्रमण के चलते मार्च से ही देशभर के सभी स्कूलों को बंद कर दिया गया था जिसके बाद सीबीएसई बोर्ड 10वीं और 12वीं की कक्षाएं ऑनलाइन संचालित की जा रही हैं। लेकिन कई ऐसे क्षेत्र हैं जहाँ इंटरनेट की कनेक्टिविटी नहीं होने की वजह से छात्र ऑनलाइन क्लासेज से नहीं जुड़ पा रहे हैं। इसके साथ ही ऐसे बहुत से छात्र हैं जो स्मार्टफोन और इंटरनेट की सुविधा ना होने के कारण ऑनलाइन क्लासेज नहीं ले पा रहे हैं। ऐसे में बिना स्कूल खुले परीक्षा आयोजित करा पाना इन छात्रों के साथ न्याय नहीं होगा। वहीं, स्कूल बंद होने की वजह से अभी तक सीबीएसई बोर्ड 10वीं और 12वीं के छात्रों की प्रैक्टिकल की कक्षाएं नहीं हुई हैं। ऐसे में बिना प्रैक्टिकल करवाए अगर प्रैक्टिकल परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी तो छात्रों का बड़ा नुकसान होगा।