करियर गाइड : 12वीं पास करने के बाद कौन सा करियर या प्रोफेशन चुनना रहेगा सबसे सही बढ़िया पूरी जानकारी

By Career Keeda | Jul 22, 2020

यदि आप 12 वीं कक्षा के छात्र हैं और बोर्ड एग्जाम की तैयारी कर रहे हैं तो अक्सर आपके दिमाग में यह सवाल आता है या फिर आपके जानने वाले माता पिता या रिश्तेदार आपसे अवश्य पूछते होंगे कि 12 वीं के बाद क्या करना है? किस प्रोफेशन में जाना है? अधिकांश छात्र 12 वीं में ही तय कर लेते हैं कि उन्हें आगे क्या करना है? कौन सी स्ट्रीम का चुनाव करना है या फिर किस फील्ड में अपना करियर बनाना हैं। लेकिन 60 प्रतिशत स्टूडेंट्स इस प्रश्न को लेकर कन्फ्यूजड रहते हैं कि हमें आगे क्या करना है क्योंकि उन्होंने कभी इस विषय में सोचा ही नहीं होता  जिसके चलते वह कुछ भी तय नहीं कर पाते।

आजकल मार्केट में विभिन्न कोर्सेज, स्ट्रीम्स, कई तरह के इंट्रेंस एग्जाम्स और करियर विंग की भरमार है और ऐसे में छात्रों का अपने लिए चयन करते समय कन्फ्यूजड होना स्वाभाविक है और यही उनके जीवन का निर्णायक वक्त और फैसला भी होता हैं। इसलिए ऐसे छात्रों के लिए आज हम उनके प्रोफेशन को चुनने में उनकी मदद करेंगे, उन्हें मार्केट में मौजूद कोर्स और करियर विकल्प से अवगत कराएंगे।

कैसे करें सही ग्रेज्यूशन कोर्स का चयन:

ग्रेजुएशन स्तर के लिए सही पाठ्यक्रम तय करना एक असंभव निर्णय लेने जैसा लगता है। 12 वीं के बाद सही कोर्स का चयन करते समय आपको यह पता होना चाहिए कि आपके लिए कौन से विकल्प बेहतर हैं और किस प्रोफेशन में आप अपना सफल करियर बना सकते हैं ? इस संदर्भ में नीचे दी गई बिंदुओं को 
जरूर ध्यान में रखें:

1.अपनी रुचि का हमेशा ध्यान रखें:

किसी भी कोर्स का चयन करते समय जिस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए वह अपनी रुचि, जुनून, इच्छा और मनपसंद कार्यों की पहचान कर उसके अनुरूप कोर्स का चयन करना है। इस विषय में बिलकुल क्लियर रहें कि आप किस क्षेत्र में अपनी पसंद रखते हैं, आपको भविष्य में क्या करना है और भविष्य में यह किस हद तक आपके लिए फायदेमंद रहेगा? उदहारण के लिए यदि आप आर्कियोलॉजी लेना चाहते हैं लेकिन आपकी रूचि केमेस्ट्री में है तो आप कला संग्रह या फिर म्यूजियोलॉजी आदि आपके लिए बेहतर करियर ऑप्शन हो सकते हैं।

2. पाठ्यक्रम की समझ:

इससे पहले कि आप किसी कोर्स का चयन कर उसका अध्ययन आरम्भ करे आपके लिए यह जानना बहुत जरुरी है कि आपके कोर्स की विषय वस्तु क्या है और यह किन किन क्षेत्रों को कवर करता है? किसी भी कोर्स को जावइन करने से पहले अपने कोर्स के विषय में मौजूद सामान और सीनियर्स और फैकल्टी की मदद से उस विषय में विस्तृत जानकारी लेनी चाहिए।ग्रेजुएशन कोर्स के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी इकट्ठा करने के कई तरीके हैं जिन्हें आप अपनाकर अपने लिए जरुरी जानकारी इकठ्ठा कर सकते हैं। इसके लिए आप अपने माता-पिता, भाई -भान, दोस्तों और किसी सीनियर्स की राय ले सकते हैं। इसके अतिरिक्त ऐसे लोग जो उस फील्ड में पहले से ही कार्यरत हैं वे भी आपको सही और सटीक जानकारी प्रदान कर सकते हैं। अगर तब भी बात न बनी तो किसी करियर काउंसेलर की सलाह अवश्य लें।

3.भविष्य गत संभावनाएं:

कॉलेज कोर्सेज का चयन करते समय ध्यान रखने योग्य एक महत्वपूर्ण विषय है कि उस कोर्स की भविष्य की संभावनाएं। यदि आप लीक से हटकर किसी नए कोर्स का चयन कर रहे हैं तो भविष्य में उसके विस्तार और उसमें ग्रोथ की संभावना पर बहुत गहराई से विचार करने की आवश्यकता होती है। साथ साथ यह भी देखना चाहिए कि इस फील्ड में नौकरी मिलने के आसार कितने हैं? इसके अतिरिक्त या भी देखना चाहिए कि इस फील्ड में नौकरी करके हायर स्टडीज की जा सकती है या नहीं।

12 वीं के बाद कुछ लोकप्रिय कॉलेज पाठ्यक्रम:

12 वीं के बाद अक्सर भारतीय छात्र दो ही कोर्सेज इंजीनियरिंग और मेडिकल को करियर विकल्प के रूप में देखते हैं। लेकिन अब नए उभरते विकल्पों की वजह से उनके समक्ष भी अब कई कोर्सेज का विकल्प मौजूद है। पुरानी अवधारणाओं को तोड़ते हुए छात्र अपनी प्रतिभा के अनुरूप इन नए ऑफ़-बीट कोर्सेज का चयन कर सफलता भी हासिल कर रहे हैं।

1.इंजीनियरिंग

12 वीं के बाद सबसे ज्यादा डिमांड वाला कोई कोर्स है तो वह है इंजीनियरिंग, एक प्रोफेशनल कोर्स होने की वजह से इस कोर्स की तरफ अधिकतम छात्र आकर्षित होते हैं। फीजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स विषय के साथ 12 वीं पास करने वाले छात्र इस कोर्स में एडमिशन लेने के पात्र होते हैं।अपनी बढ़ती लोकप्रियता के कारण यह कोर्स बहुत कॉम्पीटिटिव है। भारत के शीर्ष कॉलेजों में एडमिशन के लिए अब एंट्रेंस एग्जाम जिसमें सबसे लोकप्रिय संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) है, जो देश भर में इंजीनियरिंग उम्मीदवारों के लिए NTA द्वारा आयोजित एक सामान्य प्रवेश परीक्षा है। साइंस के छात्रों के लिए उपलब्ध पाठ्यक्रम की एक विस्तृत श्रृंखला है जिसमें मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल, कंप्यूटर साइंस, सिविल और बीटेक में कुछ सबसे पसंदीदा इंजीनियरिंग स्ट्रीम्स में से कुछ हैं। नैनो टेक्नोलॉजी, टेक्सटाइल, पेट्रोकेमिकल, ओसियन के इत्यादि जैसे कुछ नए क्षेत्र भी लोकप्रियता प्राप्त कर रहे हैं और ग्रेजुएशन लेवल पर कुछ रोमांचक करियर विकल्प प्रदान कर रहे हैं।

2.मेडिकल साइंस

इंजीनियरिंग के बाद, साइंस स्ट्रीम के छात्रों के लिए दूसरा सबसे पसंदीदा विकल्प मेडिकल या मेडिसिन होता है। मेडिकल वस्तुतः जीवन और उसके चारों ओर की हर चीज का अध्ययन।आप डॉक्टर बनना चाहते हैं तो आपके लिए सिर्फ मेडिकल स्ट्रीम ही है जहां मेडिसिन की पढ़ाई कर आप अपना सपना पूरा कर सकते हैं। 12 वीं के बाद मेडिकल साइंस स्टडीज के रूप में फार्मेसी, कृषि विज्ञान और जीव विज्ञान का अध्ययन भी किया जा सकता है। आजकल फार्मेसी में ग्रेजुएशन मेडिकल छात्रों के बीच एक बहुत ही लोकप्रिय पाठ्यक्रम है। इसके तहत उन्हें यह सिखाया जाता है कि दवाएं कैसे बनाई जाती हैं, वे कैसे काम करती हैं? 12 वीं कक्षा फीजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी विषय के साथ पास करने वाले छात्र MBBS सहित मेडिकल साइंस से जुड़े अन्य पाठ्यक्रमों का चयन कर सकते हैं। मेनस्ट्रीम के करियर विकल्पों के अतिरिक्त जेनेटिक्स, माइक्रोबायोलॉजी आदि जैसे विभिन्न क्षेत्रों में मेडिकल छात्रों के लिए महत्वपूर्ण करियर के अवसर प्रदान करता है। बायो टेक्नोलॉजीज इस क्षेत्र में प्रारंभिक नया पाठ्यक्रम है, इसे बहुत तीव्र गति से लोकप्रियता प्राप्त हो रही है और ग्रेजुएशन के बाद छात्रों के लिए करियर के भरपूर अवसर प्रदान कर रहे है। 

3.कॉमर्स

11 वीं और 12 वीं कक्षा में कॉमर्स की पढ़ाई कर रहे छात्रों के लिए चार्टर्ड एकाउंटेंसी सबसे लोकप्रिय पाठ्यक्रम विकल्पों में से एक है। इसके अंतर्गत सरकारी कानूनों के अनुसार कंपनियों के वित्तीय मामलों की सम्पूर्ण जानकारी सहित व्यावहारिक प्रशिक्षण और लेखा परीक्षा के माध्यम से कराधान, वित्तीय लेनदेन आदि विषयों की जानकारी प्रदान की जाती है।

CA के अलावा कॉमर्स छात्रों के लिए उपलब्ध अन्य लोकप्रिय पाठ्यक्रम विकल्प बिजनेस मैनेजमेंट (बीबीए), बीकॉम, बीकॉम (एच), अर्थशास्त्र (एच), एमएस, लॉ, ट्रैवल एंड टूरिज्म आदि में ग्रेजुएशन है। इन कोर्स की मदद से निवेश बैंकर, ब्रांड मैनेजर, ह्यूसमैन रिसोर्स मैनेजर और अन्य प्रतिष्ठित पदों के रूप में एक प्रतिष्ठित करियर बनाया जा सकता है। 

4.आर्ट्स

आर्ट्स या ह्युमेनिटिज के अंतर्गत अधिक संख्या में भिन्न भिन्न कोर्सेज की सुविधा के कारण छात्रों को अपनी रूचि के अनुसार विषय चुनने की अधिक आजादी होती है। पिछले कुछ वर्षों से आर्ट्स के प्रति छात्रों का रुझान बढ़ा है, आजकल ज्यादातर छात्र आर्ट्स का चयन कर रहे हैं।

मास कम्युनिकेशन, पत्रकारिता, विज्ञापन, इंटीरियर डिजाइनिंग, ग्राफिक्स डिजाइनिंग, मनोविज्ञान, समाजशास्त्र, इतिहास, फैशन डिजाइनिंग, फोटोग्राफी, रंगमंच आदि विषयों में आर्ट्स के स्टूडेंट्स किसी भी विषय का चयन कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त आप रिलीजियस स्टडी, कलाकार निषेध, फॉरेन लैंग्वेज, फिल्म निर्माण, कला इतिहास और ऐसे अन्य संबंधित क्षेत्रों का अध्ययन कर उसमें अपना करियर बना सकते हैं।

प्रवेश परीक्षा:

12 वीं के बाद छात्रों की मुख्य चिंता आगे चलकर किसी न किसी कोर्स में एडमिशन लेने के लिए प्रवेश परीक्षाओं में शामिल होने की होती है।इंजीनियरिंग, आर्ट्स, मेडिकल, कॉमर्स या अन्य कोर्सेज के लगभग सभी स्ट्रीम्स के संबंधित डोमेन में प्रतिष्ठित कॉलेजों में प्रवेश के लिए प्रवेश परीक्षाओं का अपना एक अलग सेट होता है। हर साल लाखों की संख्या में छात्र इन प्रवेश परीक्षाओं में शामिल होते हैं।छात्र इन परीक्षाओं में प्राप्त होने वाले स्कोर के आधार पर ही देश भर के कॉलेजों द्वारा प्रदान किए जाने वाले पाठ्यक्रमों के लिए आवेदन कर सकते हैं। इन सभी कॉन्पिटिटिव एग्जाम में से इंजीनियरिंग, मेडिकल, आर्ट्स और कॉमर्स की कुछ मुख्य एंट्रेंस एग्जाम इस प्रकार है:

1.इंजीनियरिंग:

जेईई मेन देश में सबसे महत्वपूर्ण और लोकप्रिय इंजीनियरिंग एंट्रेंस एग्जाम है। अधिकांश कॉलेज इस परीक्षा में उम्मीदवारों कि रैंक के आधार पर ही नामांकित करते हैं। जेईई मेन परीक्षा स्कोर और रैंक का उपयोग भारत के लगभग सभी प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग कॉलेज द्वारा प्रवेश के लिए उम्मीदवारों को स्क्रीन और शॉर्टलिस्ट करने के लिए किया जाता है। जेईई एडवांस का स्कोर भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) द्वारा प्रस्तुत किए गए विभिन्न ग्रेजुएशन इंजीनियरिंग कोर्सेज में नामांकन के लिए उपयोग किया जाता है। कुछ अन्य लोकप्रिय इंजीनियरिंग एंट्रेंस एग्जाम हैं BITSAT, SRMJEE, VITEEE  और IEPIU CET।

2. मेडिकल

एम्स जैसे कुछ संस्थान एमबीबीएस, फार्मेसी और अन्य चिकित्सा पाठ्यक्रमों के लिए छात्रों को प्रवेश देने के लिए अपनी प्रवेश परीक्षा भी आयोजित करते हैं। मेडिकल के छात्रों के लिए अन्य प्रमुख प्रवेश परीक्षा हैं NEET, AIIMS और JIPMER।

3. कॉमर्स

सीपीटी या कॉमन प्रोफिसिएन्सी टेस्ट, चार्टर्ड एकाउंटेंसी के लिए प्रवेश स्तर की परीक्षा है। यह कॉमर्स छात्रों के लिए सबसे लोकप्रिय पाठ्यक्रम विकल्पों में से एक है। कॉमर्स छात्रों के लिए अन्य प्रमुख प्रतियोगी परीक्षाओं में CPT, UPSE, SET और LSAT शामिल हैं।

4.आर्ट्स

आर्ट्स में बहुत सारे विषयों की उपलब्धता के कारण अलग-अलग पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए कई प्रवेश परीक्षाएं हैं। जिन कॉलेजों और पाठ्यक्रमों में आप शामिल होना चाहते हैं, उनके आधार पर आप संबंधित क्षेत्र की प्रमुख प्रवेश परीक्षाओं को चुन सकते हैं। कुच्छ लोकप्रिय आर्ट्स कॉलेज / विश्वविद्यालय और उनके द्वारा आयोजित मुख्य प्रवेश परीक्षा है IIT SHE, TISSBAT, BHU UET, JMIEE।