सिविल सेवा की तैयारी करने वाले छात्रों का समाजशास्त्र फेवरेट सब्जेक्ट बनता जा रहा है। इसकी एक मुख्य वजह यह है कि इसकी तैयारी आसानी से हो जाती है और समाजशास्त्र से जुड़ी किताबें बहुत हैं। इस सब्जेक्ट के जरिए बहुत से छात्रों ने सिविल सेवा में बाजी मारी है। बता दें कि पंजाब यूनिवर्सिटी समाजशास्त्र से एमए करवा रहा है, यहां पर मेरिट के आधार पर एडमिशन होता है और यदि आपको यहां पर एडमिशन मिल जाता है, तो छात्रों को रोजगार के काफी अवसर मिलते हैं।
पंजाब यूनिवर्सिटी का समाजशास्त्र विभाग काफी पुराना है। यहां पर एलुमनी सिविल सेवा से लेकर एनजीओ आदि तक के क्षेत्र में परचम लहरा रहे हैं। वहीं एलुमनी विदेशों में भी सेवाएं दे रहे हैं। पंजाब यूनिवर्सिटी में समाजशास्त्र से एमए में 78 सीटे हैं। समाजशास्त्र से एमए करने के लिए हर साल यहां हजारों से अधिक आवेदन आते हैं।
इसके अलावा पंजाब यूनिवर्सिटी से संबद्ध कालेजों के छात्र भी यहां एडमिशन के लिए आते हैं। ऐसे में इन छात्रों को मेरिट में कुछ अंक लाभ मिलता है। इसके अलावा खेल और इवेंट आदि में बेस्ट होने वाले छात्रों को भी एडमिशन में कुछ रियायत मिलती है। समाजशास्त्र में सीटें काफी होने से यहां पर खूब आवेदन आते हैं। यूनिवर्सिटी के प्रोफेसरों की मानें, तो अगर कोई स्टूडेंट्स यहां से समाजशास्त्र में मास्टर डिग्री कर लेता है, तो फिर उसको नौकरी संबंधी दिक्कत नहीं होती है।
एडमिशन प्रोसेस
प्राप्त जानकारी के अनुसार, एडमिशन की प्रक्रिया अप्रैल महीने से शुरू हो जाती है। मेरिट के आधार पर एडमिशन मिलता है। यहां पर समाजशास्त्र से मास्टर डिग्री करने के बाद स्टूडेंट्स को रेडक्रॉस, यूनाइटेड नेशन, इंटरनेशनल एनजीओ और सेना में नौकरी मिल जाती है। इसके अलावा रिसर्च स्कूल में भी रोजगार का मौका मिलता है।
समाजशास्त्र से मास्टर डिग्री करने के बाद स्कूल, कॉलेजों में शिक्षक की नौकरी की जा सकती है। वहीं आप एनजीओ आदि खोलकर समाजसेवा के क्षेत्र में अग्रसर हो सकते हैं और इसके जरिए अन्य लोगों को भी जोड़ा जा सकता है। बता दें कि पूरी दुनिया में यहां के एलुमनी हैं, जो विभाग के अलावा देश का नाम रोशन करते हैं।