गूगल के बाद आप भी करिए इन 6 एप्स को अपने फोन से अनइनस्टॉल, वरना उठाना पड़ सकता हैं नुकसान

By Career Keeda | Sep 21, 2020

हम सभी स्मार्टफोन में कई तरह के एप्स का इस्तेमाल करते हैं जैसे कि गेमिंग एप्स, कुछ फीस एप्स और बहुत सारे अलग-अलग तरह के एप्स को डाउनलोड करते हैं। हर स्मार्टफोन उपभोक्ता अपने फोन को सुरक्षित रखने के लिए हाई सिक्योरिटी रखता है, कई सारे सिक्योरिटी और क्लीनिंग एप्स का भी इस्तेमाल करते है जो वायरस को डिटेक्ट कर उसे नष्ट कर देते हैं। हालांकि फिर भी कई सारे ऐसे एप्स होते हैं जोकि मैलवेयर से प्रभावित होते हैं, आपको कानो कान खबर भी नहीं होती और वह स्क्रीन के पीछे अपना काम करते रहते है। हाल के कुछ महीनों में साइबर अटैक के हमले बहुत ज्यादा बढ़ गए हैं, दुनियाभर के बड़े-बड़े राजनेता, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा और यहां तक कि हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी हैकर का शिकार बन चुके हैं। इसी कड़ी में अपने यूजर्स के डेटा की सिक्योरिटी के लिए गूगल ने एक  बड़ा कदम उठाते हुए प्ले स्टोर से 6 और खतरनाक एप्स को हटा दिया है जो कहीं ना कहीं आपके डाटा की सिक्योरिटी के लिए खतरनाक साबित हो रहे थे।  अगर आप भी अपने एंड्रॉयड डिवाइस पर इन एप्लीकेशंस का प्रयोग करते हैं या नहीं भी करते हैं और यह आपके फोन पर डाउनलोडेड हैं तो तुरंत ही उन्हें हटा दीजिए या अनइनस्टॉल कर दीजिए। 

कौन से हैं वो 6 एप्स? 

टाइम्स ऑफ इंडिया में प्रकाशित एक लेख में साइबर स्पेस रिसर्च कंपनी Pradeo की एक रिपोर्ट के मुताबिक इन 6 एप्स में पहला Convenient  Scanner 2 (सबसे ज्यादा बार डाउनलोड 1,00,000), दूसरा Safety Applock (जो उपयोगकर्ता को गोपनीयता और सुरक्षा प्रदान करने के दावों के कारण 10,000 बार डाउनलोड किया गया), तीसरा Push Message-Testing and SMS (10,000 से अधिक बार डाउनलोड) Emoji Wallpaper, Separate Doc Scanner (50,000 उपयोगकर्ता) और Fingertip Gamebox (10000 बार डाउनलोडेड) शामिल हैं। जब Pradeo ने गूगल को इस मैलवेयर के बारे में जानकारी दी, तो इन सभी छह एप्स के खिलाफ कार्रवाई करते हुए तुरंत ऐप स्टोर से इन्हें हटा दिया गया। Pradeo और गूगल ने सभी यूजर्स को कहा और सलाह दी कि अगर उनके एंड्रॉयड डिवाइस पर भी यह एप्स डाउनलोड हैं या वह इनका उपयोग करते हैं तो अपने फोन और अपने डाटा की सिक्योरिटी के लिए उन्हें तुरंत अनइनस्टॉल कर दें।

कैसे काम करता है जोकर मैलवेयर? 

जोकर मैलवेयर सबसे पहले प्ले स्टोर में वैध ऐप के एक भाग के रूप में जुड़ा हुआ है। लेकिन जैसे ही कोई उपयोगकर्ता ऐप को इंस्टॉल करता है, मैलवेयर बिलिंग फ्रॉड के साथ या तो प्रीमियम रेट नंबर पर SMS भेजना शुरू कर देता है या फिर वैप बिलिंग के साथ निरंतर आधार पर खरीदारी करने के लिए यूजर के अकाउंट नंबर का उपयोग करता है। दुर्भाग्य से यह पूरी प्रक्रिया आपके फोन के स्क्रीन के पीछे चलती रहती है और आपको इस बात की जरा सी भी भनक नहीं लगती कि जोकर पीछे क्या खेल खेल रहा है और ना ही उसे आपके इनपुट की आवश्यकता होती है।केवल एक लक्षित उपयोगकर्ता इस धोखाधड़ी को जब पकड़ सकता है जब उसके मंथली मोबाइल बिल में एडिशनल चार्ज जुड़कर आते हैं।

2017 से रेडर पर था जोकर 

Pradeo के शोधकर्ताओं ने इन 6 एप्स के अंदर एक बेहद प्रभावी मैलवेयर पाया जो लगभग तीन साल से एंड्रॉइड यूजर्स को परेशान कर रहा है। जोकर मैलवेयर आपके फोन में आ जाने के बाद यूजर्स को प्रीमियम सर्विस के लिए बिना जानकारी के ही सब्सक्राइब कर देता है। हालांकि, यह मामला अभी का नहीं है बल्कि 2017 के बाद से ऐप के भीतर जोकर मैलवेयर आ रहा है और तभी से गूगल इस पर अपनी नजर बनाए हुए हैं। अभी तक गूगल ने जोकर मैलवेयर के खिलाफ एक्शन लेते हुए प्ले स्टोर से 1700 ऐप हटा दिए हैं जो एक तरह से या दूसरे तरीके से जोकर से जुड़े थे। हालाँकि, मालवेयर अभी भी ऐप के अलग-अलग सेटों में उभरता रहता है और इसी सूची में यह एप्स थे जिसे सौभाग्य से साइबर स्पेस रिसर्च कंपनी Pradeo ने देख लिया और तुरंत ही गूगल को इत्तला कर दिया जिसके बाद उसने इन छह एप्स को भी प्ले स्टोर से हटा दिया।

गूगल क्या कहता है

गूगल की एंड्रॉयड सुरक्षा और गोपनीयता टीम ने अपने एक ब्लॉग पोस्ट में जोकर को प्ले स्टोर के लिए सुसंगत और सबसे बड़े खतरों में से एक बताया है। ब्लॉग पोस्ट यह बताने के लिए किया गया कि हाल के दिनों में हमलावरों ने हर क्लॉकिंग और ऑब्सफेकशन तकनीक को केवल अनिर्धारित होने की आशा के साथ आज़माया है। इसके अलावा, चूंकि एक ही दिन में सबमिशन की संख्या बड़े पैमाने पर हुआ करती थी - 23 अलग-अलग ऐप तक - एक ही दिन में मैलवेयर के साथ सबमिट किए जाने के कारण जोकर मैलवेयर प्लेस्टोर के गेट्स से बच निकलने में सफल रहा। लेकिन जोकर के लेखक भी काफी स्मार्ट हो चुके हैं वो ऐसे की फर्जी रिव्यू पोस्ट करके यूजर्स को प्रोत्साहित किया जा सके ताकि वे इसे भरोसेमंद समझकर ऐप डाउनलोड कर सकें और जोकर कि आपके फोन में एंट्री हो जाए।