यूपी बैंकिंग सखी योजना के तहत 58000 ग्रामीण महिलाओं को मिलेगा रोजगार पढ़ें पूरी जानकारी

By Career Keeda | Jun 15, 2020

कोरोना वायरस ने दुनिया को घुटने पर ला दिया है, भारत में लॉकडाउन के चलते हजारों मजदूर बेरोजगारी की कगार पर हैं। अनलॉक 1.0 के चलते जैसे-जैसे जिंदगी पटरी पर लौट रही है, वहीं नए-नए रोजगार के अवसर भी सामने आ रहे हैं। एक तरफ जहां यूपी सरकार कोरना संक्रमण से निपट रही है तो वहीं दूसरी तरफ सरकार अपने पांच लाख रोजगार देने वाले वादे को पूरा करने की कोशिश भी कर रही हैं।
 
विभिन्न राज्यों से काम छोड़कर कर अपने-अपने घर लौटे प्रवासी मजदूरों के साथ योगी सरकार प्रतिभावना लोगों को उनकी क्षमता के अनुसार रोजगार के अवसर भी प्रदान कर रही हैं। कोरोना संकट में सोशल डिस्टेंसिंग के पालन, बैंकिंग सिस्टम को दुरुस्त बनाने और ग्रामीण क्षेत्र में घर-घर तक बैंकिंग सुविधा को पहुंचाने के लिए योगी सरकार ने एक अहम कदम उठाया है।

कोरोना वायरस के चलते प्रदेश सरकार ने गांव-गांव तक बैंकिंग सुविधाएं पहुंचाने के लिए सखी योजना की शुरुआत की है। जिसके तहत गांवों में लगभग 58 हजार बैंकिंग सखी तैनात करने की योजना बनाई गई हैं। इस योजना के तहत सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं को रोजगार भी उपलब्ध कराएगी, इस योजना में बैंकिंग सखी की नियुक्ति की जाएगी जिसे 6 महीने तक प्रतिमाह चार हजार रुपए दिए जाएंगे और बैंकिंग से जुड़े कामों के बदले में कमीशन भी दिया जाएगा, जिससे उनकी हर महीने आय सुनिश्चित होगी।

क्या है बैंकिंग सखी योजना?
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने 22 मई 2020 को राज्य की महिलाओं को लाभ पहुंचाने हेतु बैंकिंग सखी योजना की शुरुआत की है। इस योजना के अंतर्गत राज्य की महिलाओ को राज्य सरकार द्वारा रोजगार के अवसर प्रदान किए जाएंगे। उत्तर प्रदेश सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में बैंकिंग कॉरेस्पॉन्डेंट सखी तैनात करने का फैसला किया हैं।
 
इस कोरोना काल में अब ग्रामीण लोगो को बैंकों में यात्रा नहीं करनी पड़ेगी क्योंकि "सखी" घर पर उनका पैसा लेकर आएगी। मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि यूपी बैंकिंग सखी योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को अब डिजिटल मोड के माध्यम से लोगों के घर पर बैंकिंग सेवाएं और पैसे का लेनदेन करेंगी। जिससे ग्रामीण लोगों को भी सुविधाएं होंगी और महिलाओं को भी रोजगार मिलेगा |

योजना का उद्देश्य
इस योजना का उद्देश्य कोरोना संक्रमण को रोकने और लोगों में सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखना है। इस योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएं अब डिजिटल मॉल के माध्यम से लोगों को घर पर बैंकिंग सेवाएं उपलब्ध कराएंगी और पैसों का लेनदेन भी कर सकेंगे।

बैंकिंग सखी का काम
इस योजना में काम करने वाली सभी बैंकिंग सखियों को ग्रामीण क्षेत्र में लोगों के घर-घर जाकर उन्हें बैंकिंग सुविधाएं, सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाएं, डिजिटल पेमेंट के बारे में बताना और लोगों के घरों तक सरकार द्वारा प्राप्त होने वाली आर्थिक सहायता के रूप में राशि को पहुंचाने का काम करेगी। इससे लोगों को घर से बाहर नहीं निकलना पड़ेगा और वे तनाव मुक्त होकर घर बैठे ही पैसों का लेनदेन कर सकेंगे।

यूपी बैंकिंग सखी योजना में नौकरियों की संख्या
यूपी सरकार द्वारा निर्धारित किया गया है कि केवल महिलाओं को ही नौकरी दी जाएगी।
इस योजना के तहत लगभग 58000 महिलाओं को रोजगार की  प्राप्ति होगी।

BC सखी योजना का कार्यन्वयन
यूपी बैंकिंग सखी योजना को लागू करने के लिए लगभग 35,938 स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) को 218.49 करोड़ की राशि मुहैया कराई गई है। यह राशि 22 मई 2020 को राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनएमएसएम) के तहत जारी की गई है। इस निधि से उन गैर-सरकारी संगठनों में काम करने वाली महिलाओं को भी मदद मिलेगी जो मास्क, प्लेटें, मसाले उत्पादन, सिलाई और क्राफ्टिंग का काम कर रही हैं।

कैसे करें आवेदन
राज्य की जो इच्छुक लाभार्थी महिलायें इस योजना के तहत रोजगार के अवसर प्राप्त करना चाहती हैं और सभी ग्रामीण लोगो को बैंकिंग सुविधाएं प्रदान करना चाहती है, तो उन्हें बीसी सखी योजना के तहत अपना पंजीकरण करवाना होगा। लेकिन अभी आपको इस योजना के तहत आवेदन के लिए थोड़ा इंतजार करना होगा क्योंकि अभी इस संदर्भ में आवेदन संबंधी कोई आधिकारिक सूचना और दिशा निर्देश जारी नहीं किए गए हैं।

सखी महिलाओं को मिलने वाला वेतन और लाभ

1. इस योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाली महिलाओं को आत्मनिर्भर होने की प्रेरणा मिलेगी और साथ ही उनके काम के बदले उन्हें एक आमदनी भी प्राप्त होगी।

2. इस योजना में काम करने वाली प्रत्येक महिला सखी को अगले 6 महीने तक 4000 रुपये प्रति माह के रूप में आमदनी दी जाएगी।

2. सखी महिलाओं को डिजिटल डिवाइस खरीदने के लिए राशि प्रदान की जाएगी। प्रत्येक महिला को डिजिटल डिवाइस खरीदने के लिए 50000 रुपये की राशि सरकार से प्राप्त होगी।

3. साथ ही उनका मासिक आय उनके पास डिजिटल मोड के माध्यम से पहुंच सके उसकी गारंटी सरकार में देगी।

4. सरकार के प्रत्येक कार्य में हाथ बंटाने और सहायता के लिए सरकार प्रत्येक बैंक सखी को लेनदेन पर कमीशन भी देगी।