English Tips: इंग्लिश के स्पेशल टिप्स जो आपके सिलेक्शन को बनाएंगे आसान, एक्सपर्ट्स के इन टिप्स को करें फॉलो

By Career Keeda | Mar 25, 2023

डेली प्रैक्टिस से इंग्लिश की तैयारी बेहतर तरीके से की जा सकती है। जिन कैंडिडेट ने इंग्लिश का सब्जेक्ट चुना होगा, उम्मीद होगा कि अब तक उन्होंने इस टॉपिक को कवर कर लिया होगा। लेकिन अब नए सिरे से तैयारी करने का समय नहीं है। इसलिए अब सिर्फ रिवीजन का समय बचा है। इसलिए उन टॉपिक का ज्यादा रिवीजन करें जिनसे एग्जाम में प्रश्न पूछे जाएंगे। इंग्लिश के एग्जाम में कौन से टॉपिक्स से प्रश्न पूछे जाते हैं, यह बताने के लिए आज हम इस आर्टिकल के माध्यम से तीन-तीन एक्सपर्ट्स को लेकर आए हैं। जिनके टिप्स की मदद से आप अपने इंग्लिश के सब्जेक्ट और अच्छे से इंप्रूव कर सकेंगे।

आज हमारे साथ परिष्कार कोचिंग से सब्जेक्ट एक्सपर्ट प्रमोद कौशिक, डॉ. प्रियंका मिश्रा और राकेश सिरावत जुड़े हैं। जो आपको इंग्लिश तैयार करने के लिए कुछ खास टिप्स बताएंगे। जिनकी मदद से आप आपने इंग्लिश के सब्जेक्ट में अच्छा स्कोर कर पाएंगे।

जानिए क्या कहते हैं एक्सपर्ट प्रमोद कौशिक
एक्सपर्ट प्रमोद कौशिक ने बताया ने कि छात्रों के पास अब लिमिटेड समय है। इसलिए छात्रों को अब उन्हीं टॉपिक्स पर फोकस करना चाहिए, जिनमें वह खुद कंफर्टेबल हैं। जिनमें उनकी तैयारी पहले से है। लास्ट मौके पर नए टॉपिक्स को पढ़ कर खुद को कंफ्यूजन से बचाना चाहिए। इंग्लिश सब्जेक्ट एक्सपर्ट प्रमोद कौशिक के अनुसार, कुछ टॉपिक ऐसे होते हैं, जिनसे हर एग्जाम में प्रश्न पूछे जाते हैं। यह टॉपिक भले ही कितने मुश्किल क्यों ने हों, छात्रों का उन्हें अच्छे से तैयार कर लेना चाहिए। प्रमोद कौशिक ने बताया कि इंग्लिश लैंग्वेज के पेपर में एक्टिव वॉइस-पैसिव वॉइस, नरेशन, टेंस, आर्टिकल, प्रीपोजिशन और कंजक्शन से जुड़े अधिकतर सवाल पूछे जाते हैं। इसलिए स्टूडेंट को इन टॉपिक के अच्छे से तैयार करना चाहिए।

फॉलो करें ये टिप्स
इंग्लिश में सिलेबस को लिटरेचर, फोनेटिक्स ग्रामर और कॉम्प्रिहेंशन में बांटकर तैयारी करें।
ग्रामर के टापिक्स को क्लियर करने के लिए डिटेल में पढ़ने की जगह चैप्टर की थ्योरी को पढ़कर उसके मल्टीपल चॉइस के सवालों सॉल्व करें।
साल्ट समय में ज्यादा से ज्यादा पैसेज सॉल्व कर प्रैक्टिस पर फोकस करें। प्रैक्टिस करने से पेपर में आपको फायदा मिलेगा।
एग्जाम में वोकेबलरी के कुछ सवाल पूछे जाते हैं। Phrasal Verbs, Idioms and Phrases वोकेबलरी की लिस्ट तैयार कर रिवीजन करें। वोकेबलरी अच्छी होने से आप एग्जाम में अच्छा स्कोर कर पाएंगे।

जानिए क्या कहती हैं सब्जेक्ट एक्सपर्ट डॉ. प्रियंका मिश्रा
स्टूडेंट्स को एग्जाम टाइम में सबसे पहले सोशल मीडिया से दूरी बना लेनी चाहिए। क्योंकि एग्जाम के दौरान एक गलत जानकारी आपके पूरे माइंडसेट को बिगाड़ सकता है। 

इन टिप्स को करें फॉलो
इंग्लिश में अनसीन पैसेज बहुत महत्वपूर्ण हैं।
फोनेटिक्स की यूनिट में सिंबल्स को जरूर देखना चाहिए। पेपर में इस पोर्शन से सवाल आने की पूरी संभावना है।
इंग्लिश लैंग्वेज में Tense से लेकर सभी भागों को कवर करना जरूरी है।
पेपर में अनसीन पैसेज और कॉम्प्रिहेंशन का एक हिस्सा भी आता है।
इंग्लिश में जो टॉपिक हैवी हैं, उन्हें छोड़ने की गलती नहीं करनी चाहिए। शर्ट नोट्स बनाकर इन टापिक्स की तैयारी करें।
एग्जाम की तैयारी के दौरान हर पार्ट को अलग-अलग डिवाइड कर उसको सॉल्व करें।
एग्जाम के दौरान एक ही पोर्शन में ज्यादा समय न लगाएं। क्योंकि इससे आपका पेपर छूट सकता है।
मॉडल पेपर को सॉल्व करने के दौरान स्पीड पर भी ध्यान दें। क्योंकि एग्जाम की समय सीमा होता है।
टेस्ट सीरीज के सवालों और लास्ट ईयर के पेपर को भी ज्यादा से ज्यादा सॉल्व करने की कोशिश करें।

जानिए क्या कहते हैं एक्सपर्ट राकेश सिरावत
इंग्लिश सब्जेक्ट एक्सपर्ट राकेश सिरावत के अनुसार, एग्जाम के दौरान कुछ नया पढ़ने या तैयार करने की जगह पर आप जो पहले से पढ़ चुके हैं, उसी को तैयार करें। रिवीजन के साथ ज्यादा से ज्यादा समय टेस्ट सीरीज से प्रश्न सॉल्व करें। ऐसे में आपकी एग्जाम देने की प्रैक्टिस होने के साथ ही गलतियों पर भी आपकी पकड़ मजबूत होती जाएगी।

इन टिप्स को करें फॉलो
इंग्लिश के प्रश्नों का लेवल मॉडरेट रहेगा इसलिए सिर्फ बेसिक पर ज्यादा फोकस करना चाहिए। ऐसे में प्रैक्टिस सेट से अपनी तैयारी को अधिक मजबूत करें। प्रैक्टिस सेट सॉल्व करने के बाद मॉडल पेपर का एनालिसिस करना न भूलें। क्योंकि जो गलतियां आप प्रैक्टिस सेट में करेंगे उन पर अधिक ध्यान देना चाहिए।
पेपर में कुछ महत्वपूर्ण टॉपिक जैसे एक्टिव-पैसिव, डायरेक्ट-इनडायरेक्ट, टेंस, इवैल्यूएशन और प्रिंसिपल्स ऑफ टीचिंग इंग्लिश को अच्छे से तैयार करना चाहिए।
प्रश्न-पत्र सॉल्व करते उसकी लैंग्वेज पर विशेष रूप से ध्यान देना चाहिए। कई बार लैंग्वेज समझ नहीं आने पर आपका आंसर गलत हो सकता है। इसलिए पेपर को अच्छे से पढ़कर तभी आंसर लिखें।
पेपर में छात्र सभी प्वाइंट्स को ध्यान में रखकर अगर आंसर देते हैं तो उन्हें अच्छा स्कोर करने से कोई भी नहीं रोक सकता है।